पटना: राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव(RJD President Lalu Prasad Yadav) जब से पटना आए हैं तब से पार्टी में एक नया जोश-ओ-खरोश देखने को मिल रहा है. इसी क्रम में 1 जून को होने वाले सियासी उठापटक पर भी सबकी नजरें हैं. खुद लालू प्रसाद की पैनी निगाहें इन घटनाक्रम पर लगी हुई है. बता दें कि अगले एक जून को यानी की बुधवार को जातीय जनगणना पर बहुप्रतिक्षत सर्वदलीय बैठक (All Party Meeting On June 1st ) होने वाली है. सर्वदलीय बैठक का काउंटडाउन शुरू हो चुका है. कल चार बजे मुख्यमंत्री सचिवालय के संवाद कक्ष में यह बैठक निर्धारित की गयी है. इसमें विभिन्न दलों के नेता शामिल होंगे.
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RJD विधानमंडल दल की बैठक आज:इस बैठक को लेकर खुद सीएम नीतीश कुमार ने पहल की है और सभी पार्टियों को पत्र भी लिखा गया है. इस बैठक से ठीक एक दिन पहले (मंगलवार) राजद विधानमंडल दल की बैठक (RJD Legislature Party Meeting) ने सबका ध्यान अपनी तरफ आकर्षित कर लिया है क्योंकि इस बैठक की सबसे खास बात यह है कि राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद खुद इसकी अध्यक्षता करेंगे. हालांकि इस बैठक को जातीय जनगणना से पहले की रणनीति तैयार करने को लेकर आयोजित करने की बात कही जा रही है. लेकिन राजनीतिक प्रेक्षकों की मानें तो इस बैठक के कई सियासी मायने भी हैं.
राजद की मीटिंग कई मायनों में खास: राजद के वरिष्ठ नेताओं की मानें तो सूबे में तेजी से बदल रहे राजनीतिक घटनाक्रम पर राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद, नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव के साथ ही पार्टी के अन्य सभी बड़े नेताओं की पैनी नजर बनी हुई है क्योंकि अभी हालात ऐसे हैं कि राज्य में कोई राजनीतिक घटना घट सकती है. जिसपर हर पार्टी की नजर लगी हुई है. सूत्रों की मानें तो इस बैठक में भले ही जातीय जनगणना पर रणनीति बनाने की बात कही जा रही हो लेकिन सबसे अहम मुद्दा अगर नीतीश सरकार गिरती है तो उसके बाद की रणनीति कैसी होगी, ये तय करना है.
लंबे वक्त बाद लालू रहेंगे मौजूद:पार्टी के प्रवक्ता एजाज अहमद कहते हैं कि 31 मई को राजद विधानमंडल दल की बैठक है. हमारे लिए खुशी की बात यह है कि राष्ट्रीय अध्यक्ष खुद इसका नेतृत्व करेंगे. सबको ये पता है कि लालू प्रसाद को साजिश के तहत प्रताड़ना का शिकार होना पड़ा और सेहत का भी कारण रहा. सारे झंझावात से निवृत्त होकर वह पटना आये हैं.
"सूबे में जिस तरह से राजनैतिक हालात बन रहे हैं. सिर्फ जातीय जनगणना का मुद्दा नहीं है. पांच जून को सम्पूर्ण क्रान्ति दिवस है. इस अवसर पर बापू सभागार में महजुटान भी होगा. महागठबंधन के प्रतिनिधि उपस्थित रहेंगे. इसमें राष्ट्रीय अध्यक्ष , नेता प्रतिपक्ष , वाम दलों के सभी राष्ट्रीय नेता व अन्य बड़े नेता रहेंगे. उस दिन डबल इंजन सरकार की कार्यकलापों का रिपोर्ट कार्ड भी जारी किया जाएगा और यह बताया जाएगा कि यह सरकार किस तरह से पूरे मामलों में फेल रही है."- एजाज अहमद, राजद प्रवक्ता
सभी घटनाक्रमों पर है राजद की नजर:इधर पार्टी के विश्वस्त सूत्रों की मानें तो जातीय जनगणना के बहाने राजद की नजर बिहार के सियासी घटनाक्रम पर है. पार्टी यह मान कर चल रही है कि अगर किसी भी कारण से वर्तमान सरकार गिरती है तो राजद अपनी भूमिका निभाने से पीछे नहीं हटेगा. गौर करने वाली बात यह है कि ये विधान मंडल दल की बैठक है जिसके बाद सूबे में सियासी तापमान बढ़ गया है.