पटना:बिहार में योग दिवस को लेकर थोड़ी उदासीनता देखने को मिली. वहीं राज्य में मुख्य विपक्षी पार्टी बीजेपी के नेताओं और सांसदों ने बढ़-चढ़कर योग दिवस मनाया. योग दिवस के मौके पर उपमुख्यमंत्री सह राज्य के स्वास्थ्य मंत्री तेजस्वी यादव ने जहां आरजेडी के आधिकारिक सोशल मीडिया पेज के माध्यम से विश्व योग दिवस की शुभकामनाएं दी. वहीं उनके बड़े भाई और बिहार सरकार में मंत्री तेज प्रताप यादव ने अपने अधिकारिक टि्वटर हैंडल से योग दिवस की शुभकामनाएं दी.
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International Yoga Day के प्रति बिहार सरकार का उदासीन रवैया, RJD ने किया बचाव - राजद ने किया बिहार सरकार का बचाव
अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस की जहां पूरी दुनिया में धूम है. वहीं बिहार में राज्य सरकार की ओर से इस ओर उदासीनता बरती देखी गई. इस मामले पर जब महागठबंधन के घटक दलों से बात की गई तो वे इसके बचाव में नजर आए. आरजेडी प्रवक्ता ने कहा कि ऐसी कोई बात नहीं है. तेजस्वी यादव और तेज प्रताप दोनों ने योग दिवस की जनता को बधाई दी है. पढ़ें पूरी खबर..
बीजेपी योग दिवस का कर रही सियासी इस्तेमाल: विश्व योग दिवस पर बिहार सरकार की तरफ से बरती गई उदासीनता को लेकर हालांकि राष्ट्रीय जनता दल ने बचाव भी किया है. पार्टी के प्रवक्ता एजाज अहमद ने कहा कि कोई उदासीनता की बात नहीं है. भारतीय जनता पार्टी जिस तरीके से योग दिवस को भी राजनीति के रूप में इस्तेमाल कर रही है. यह किसी भी दृष्टि से उचित नहीं है. योग या वर्जिश अपने शरीर को फिट रखने के लिए लगातार काम करता है. वह दिखाने की चीज नहीं है, लेकिन एक दिन दिखावा करके बीजेपी जिस तरीके से इस मामले की राजनीति कर रही है. किसी दृष्टिकोण से उचित नहीं है.
"कोई उदासीनता की बात नहीं है. भारतीय जनता पार्टी जिस तरीके से योग दिवस को भी राजनीति के रूप में इस्तेमाल कर रही है. यह किसी भी दृष्टि से उचित नहीं है. योग या वर्जिश अपने शरीर को फिट रखने के लिए लगातार काम करता है. वह दिखाने की चीज नहीं है, लेकिन एक दिन दिखावा करके बीजेपी जिस तरीके से इस मामले की राजनीति कर रही है"- एजाज अहमद, प्रवक्ता, आरजेडी
योग काफी पुरानी परंपरा: वहीं राज्य में सत्तारूढ़ कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ प्रवक्ता असित नाथ तिवारी का कुछ और ही कहना था. योग को लेकर बरती गई उदासीनता पर उन्होंने कहा कि जब से नरेंद्र मोदी जी आए हैं. क्या योग तबसे ही है? विश्व का सबसे प्राचीन योग विश्वविद्यालय बिहार के मुंगेर में है. योग हमारी बहुत पुरानी परंपरा है. सदियों से हमारे यहां लोग योग करते आये हैं. योग को लेकर कभी गलती उदासीनता नहीं थी. आज भी लोग अपने छतों पर, पार्क में में योग करते हुए दिख जाएंगे. आज कैमरे के सामने जो लोग योग करते हुए दिख रहे हैं, तीन दिन के बाद उन्हीं का योग करते हुए हमें दिखा दीजिए. कैमरे के सामने तामझाम के साथ योग करना, योग की भावना नहीं है.
"जब से नरेंद्र मोदी जी आए हैं. क्या योग तबसे ही है? विश्व का सबसे प्राचीन योग विश्वविद्यालय बिहार के मुंगेर में है. योग हमारी बहुत पुरानी परंपरा है. सदियों से हमारे यहां लोग योग करते आये हैं. योग को लेकर कभी गलती उदासीनता नहीं थी. आज भी लोग अपने छतों पर, पार्क में में योग करते हुए दिख जाएंगे"-असित नाथ तिवारी, प्रवक्ता, कांग्रेस