पटना: सुशांत केस अब धीरे-धीरे मुंबई बनाम बिहार होता जा रहा है. इसको लेकर बिहार में सत्ता पक्ष और विपक्ष की अलग-अलग राय है. लेकिन सभी दल सुशांत केस की सच्चाई को जानना चाहते हैं. इस मामले पर राजद नेता मृत्युंजय तिवारी का कहना है कि महाराष्ट्र सरकार और उनके नेता बेवजह की बयानबाजी कर रहे हैं. केस की जांच सीबीआई को सौंपी गई है. जांच को लेकर किसी को ऐतराज नहीं होनी चाहिए.
वहीं, जदयू के प्रवक्ता राजीव रंजन प्रसाद ने कहा कि सुशांत सिंह राजपूत का मामला सीबीआई को सौंपी जा चुकी है. महाराष्ट्र सरकार की बौखलाहट से संदेह और भी बढ़ रहे हैं.
'सीबीआई जांच से नहीं होनी चाहिए ऐतराज'
सुशांत मामले पर राजद के प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने कहा कि इस केस की जांच सीबीआई को सौपी गई है. शिवसेना नेता संजय रावत और मुंबई के मेयर बेवजह की बयानबाजी कर मामले को तूल दे रही हैं. उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र सरकार और बीएमसी को इस बात पर ध्यान देने की जरूरत है कि सुशांत सिंह राजपूत मामले में दोषी को कैसे जल्द से जल्द सजा दिलाई जाए.
राजद नेता ने आगे कहा कि सुप्रीम कोर्ट इस मामले को देख रही है. सीबीआई अपने स्तर से जांच कर दूध का दूध और पानी का पानी कर देगी. देश की जनता यह जानना चाह रही है कि सुशांत सिंह मामले में आखिर दोषी कौन हैं. संजय रावत और वहां के मेयर का बयान दुर्भाग्यपूर्ण है. उन्होंने डीजीपी गुप्तेश्वार पांडेय का समर्थन करते हुए कहा कि डीजीपी के खिलाफ ऐसा बयान देना मुंबई सरकार के उदासीन और गैर-जिम्मेदार रवैये को दर्शा रहा है.