पटना:लद्दाख सीमा पर गलवान घाटी में भारत और चीन के सैनिकों के बीच हुई हिंसक झड़प के दौरान 20 भारतीय सेना के जवान शहीद हो गए. सीमा पर चीनी सैनिकों के हमले में भारतीय जवानों के शहीद होने से देशवासियों में काफी आक्रोश व्याप्त है. इसी को लेकर दानापुर के सगुना मोड़ पर बिहार रेजिमेंटल सेंटर के रिटायर्ड फौजियों ने कैंडल मार्च निकलते हुए श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया.
चीन की गद्दारी से दानापुर के रिटायर्ड फौजियों का फूटा गुस्सा, कहा- करारा जवाब मिलेगा
सीमा पर चीनी सैनिकों के हमले में भारतीय जवानों के शहीद होने से देशवासियों में काफी आक्रोश व्याप्त है. दानापुर के सगुना मोड़ पर बिहार रेजिमेंटल सेंटर के रिटायर्ड फौजियों ने श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया.
वीर जवानों की शहादत को नमन करते हुए काफी संख्या में रिटायर्ड फौजियों ने कैंडल जलाकर एक मिनट का मौन रखा. इस कैंडल मार्च में चीन के प्रति आक्रोश साफ दिख रहा था. रिटायर्ड फौजियों ने लोगों से चीनी सामानों का बहिष्कार करने की अपील भी की. उन्होंने कहा कि भारत अब 1962 का देश नही रहा. यह 2020 का भारत है. भारत एक का बदला दस से लेने की ताकत रखता है.
चीन को सबक सिखाएगा भारत
रिटायर्ड फौजियों ने कहा कि चीन एक बार फिर भारत से टकराने की भूल कर रहा है. हमारे जवान उसे ऐसा सबक सिखाएंगे की चीन हमेशा याद रखेगा. इस मौके पर लोगों की आंखों में शहीदों को लेकर गम तो चीनी सैनिकों की कार्यरतापूर्ण कार्रवाई को लेकर आक्रोश था.