पटना: कोरोना वायरस के संक्रमण के फैलाव पर नियंत्रण के लिए देश के पीएम मोदी ने भी पूरे देश में एहतियात के तौर पर लॉक डाउन जारी करने का आदेश दिया है. ऐसे में लॉकडाउन की वजह से सबसे ज्यादा परेशान गरीब-मजदूर तबका के लोग हैं. विभिन्न प्रदेशों में रहने वाले प्रवासी मजदूर अपने-अपने गांव-कस्बे को लौट रहे हैं. हालांकि, बिहार के मजदूरों की परेशानी को देखते हुए प्रदेश के सीएम नीतीश कुमार ने गुरुवार को बैठक कर 100 करोड़ जारी किया था. इस मामले पर जदयू प्रवक्ता राजीव रंजन ने कहा कि मुख्यमंत्री के निर्देश के बाद दिल्ली में अधिकारी सक्रिय हो गए हैं. बिहार के मजदूरों के राहत के लिए युद्ध स्तर पर कार्य किया जा रहा है.
प्रवासी मजदूरों के लिए हर संभव कार्य कर रही नीतीश सरकार, दिल्ली में राहत-बचाव कार्य शुरू- JDU - वायरस के संक्रमण के फैलाव पर नियंत्रण
लॉक डाउन की वजह से गरीब-मजदूर तबका सबसे ज्यादा परेशान है. ऐसे में बिहार के मजदूरों की परेशानी को देखते हुए प्रदेश के सीएम नीतीश कुमार ने मजदूरों के लिए 100 करोड़ का राशि जारी किया. राशि जारी होने के बाद अधिकारियों ने दिल्ली में युद्ध स्तर पर कार्य करना शुरू कर दिया है.
'दिल्ली में अधिकारी कर रहे कार्य'
जदयू नेता राजीव रंजन ने बताया कि बिहार से बड़ी संख्या में मजदूर वर्ग के लोग दिल्ली जैसे बड़े शहरों में प्रवास करते है. लॉक डाउन के बाद इन मजदूरों को काफी परेशानी आ रही थी. जिसके बाद प्रदेश के सीएम नीतीश कुमार ने मजदूरों की परेशानी को देखते हुए बैठक कर 100 करोड़ जारी किया और इस राशि से प्रवासी मजदूरों को मदद करने आदेश दिया था. सीएम के आदेश के बाद दिल्ली में अधिकारी सक्रिय हो गए है.
'गरीब लोगों की मदद शुरू'
जदयू प्रवक्ता राजीव रंजन ने कहा कि दिल्ली स्थित है रेसिडेंट कमिश्नर ने दूसरे राज्यों के अधिकारियों से संपर्क साध कर बिहार के मजदूर और गरीब लोगों की मदद शुरू कर दी है. इसके लिए दिल्ली में नंबर भी जारी किया गया है. गौरतलब है कि बिहारी मजदूरों की परेशानी को लेकर प्रशांत किशोर और राबड़ी देवी ने भी नीतीश सरकार से मदद करने का आग्रह किया था. जिसेक बाद सरकार हरकत में आई और प्रवासी मजदूरों को राहत देने के लिए 100 करोड़ की राशि कर अधिकारियों को मजदूरों की मदद के लिए युद्ध स्तर पर कार्य करने का आदेश दिया था.