पटना: बिहार में बिगड़ते लॉ एंड ऑर्डर (Crime increasing in Bihar) के साथ-साथ अन्य ज्वलंत मुद्दों को लेकर लोजपा रामविलास द्वारा बिहार बचाओ मार्चनिकाला गया. मार्च का नेतृत्व लोजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष और जमुई सांसद चिराग पासवान कर रहे थे. राजभवन जाने के क्रम में चिराग पासवान के समर्थक बेकाबू हो गये. इसके बाद पुलिस ने मार्च पर लाठी चार्ज किया और आंसू गैस के गोले छोड़े. पुलिस ने सांसद चिराग पासवान को हिरासत में ले लिया. पुलिस ने लोजपा के कई नेताओं और कार्यकर्ताओं को भी हिरासत में लिया है. हालांकि बांड पर छोड़ दिया गया.
मार्च निकालने के लिए चिराग ने अपनी मां रीना पासवान का आशीर्वाद (Reena Paswan blessed Chirag Paswan) लिया. रीना पासवान ने अपने बेटे चिराग पासवान को टीका लगाकर इस मार्च को सफल बनाने का आशीर्वाद दिया.
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चिराग पासवान ने कहा कि, मेरे पिता पहले हर जगह मेरे साथ होते थे, अब मेरी मां उस भूमिका में हैं. बाहर की लड़ाई आसान हो जाती है जब घरवालों का साथ मिलता है. चिराग से जब उनके चाचा पशुपति पारस को लेकर सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा कि, मेरे चाचा का जो मिला वो अच्छा है. मैं अपनी तरफ से ईमानदार प्रयास कर रहा हूं.
"मेरी लड़ाई बिहार में राज करने की नहीं है, नाज करने की है. मुझे कोई सत्ता का सुख नहीं पाना, कोई मंत्री नहीं बनना. मैं किसी लालसा से सड़क पर नहीं उतर रहा हूं. बिहार में जो मौजूदा परिस्थिति बनी हुई है, छोटी छोटी बच्चियों से दुष्कर्म किया जाता है, जहरीली शराब से लोगों की मौत हो रही है, शिक्षक छात्रो पर लाठियां चल रही हैं. इन सबके खिलाफ हमारा प्रदर्शन है. मेरे पिता ने बेहतर बिहार बनाने का हमेशा प्रयास किया, उसी दिशा में मेरी कोशिश जारी रहेगी."- चिराग पासवान, राष्ट्रीय अध्यक्ष,लोक जनशक्ति पार्टी रामविलास