पटनाः बिहार में विधान परिषद के दो सीटों के लिए उपचुनाव होने हैं. इसके लिए बीजेपी की तरफ से एक सीट पर शाहनवाज हुसैन का नाम सूचित किया जाता है. वहीं दूसरी सीट पर मुकेश सहनी को भेजा जाना था. लेकिन मुकेश सहनी के इंकार के बाद बीजेपी असमंजस की स्थिति में है. विधान परिषद के उपचुनाव को लेकर राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन में विवाद खड़ा हो गया है.
"मुझे इसकी कोई जानकारी नहीं है कि इस तरह का कोई प्रस्ताव था भी या नहीं. एनडीए गठबंधन के अंदर सभी घटक दल के शीर्ष नेता आपस में विचार करके ही कोई निर्णय लेंगे. समय के अंतराल में सभी चीजें साफ हो जाएंगी."- निखिल आनंद, प्रवक्ता, बीजेपी
'एनडीए के अंग हैं सहनी'
बीजेपी प्रवक्ता निखिल आनंद ने कहा कि अभी नॉमिनेशन का डेट बाकी है. मुकेश सहनी एनडीए के अंग हैं, वे बिहार सरकार के मंत्री हैं. उनका काफी सम्मान है. एनडीए के शीर्ष नेता जो भी फैसला लेंगे उसमें मुकेश सहनी खुद शामिल हैं. ऐसे में किसी और के कुछ कहने की कोई गुंजाइश ही नहीं है.
"आप जानते हैं कि मुकेश सहनी ने मना कर दिया है. हमारी पार्टी ने अभी दूसरे सीट के लिए उम्मीदवार की घोषणा नहीं की है. एक से तीन घंटे में आपको दूसरे उम्मीदवार का नाम मिल जाएगा. मुकेश सहनी ने मना किया है इसके बारे में मुझे कोई जानकारी नहीं है."-नवल किशोर यादव, नेता, बीजेपी
किसी कार्यकर्ता को विधान परिषद भेज सकती है पार्टी
बीजेपी नेता नवल किशोर यादव ने कहा कि अभी औपचारिक तौर पर पार्टी ने किसी भी नाम की घोषणा नहीं की है. उन्होंने कहा कि पार्टी विकल्पों पर विचार करके किसी भी कार्यकर्ता को विधान परिषद भेज सकती है. मुकेश सहनी ने अगर चुनाव लड़ने से मना किया है तो इसकी वजह भी वही बता सकते हैं.
6 साल के लिए विधान परिषद जाना चाहते हैं सहनी
सूत्रों के मुताबिक सूचना मिली है कि मुकेश सहनी 6 साल के लिए विधान परिषद जाना चाहते हैं इसिलिए उन्होंने चुनाव लड़ने से मना कर दिया. केंद्रीय नेतृत्व फिलहाल दूसरी सीट पर उम्मीदवार के नाम पर मंथन कर रही है. कयास लगाए जा रहे हैं कि बीजेपी दरभंगा से पूर्व जिला अध्यक्ष घनश्याम ठाकुर को विधान परिषद भेज सकती है.