पटना:विधानसभा का मॉनसून सत्र खत्म होते ही छात्र राजद ने शिक्षा को लेकर सीएम आवास का घेराव किया. साथ ही राजधानी की सड़कों पर प्रदर्शन किया. इसको लेकर राजद नेता रामचंद्र पूर्वे ने कहा कि सरकार के लिए शर्म की बात है कि बदहाल शिक्षा के लिए छात्रों को सड़कों पर उतरना पड़ रहा है.
रामचंद्र पूर्वे ने कहा कि तेज प्रताप के नेतृत्व में हजारों छात्र सड़कों पर उतरे हैं. बिहार में गिरती शिक्षा व्यवस्था को लेकर छात्र प्रदर्शन कर रहे हैं. पूरे प्रदेश में शिक्षा व्यवस्था चरमरा गई है. इंटर की पढ़ाई स्कूलों में ही कर दी गई है. सभी स्कूलों में शिक्षक की घोर कमी है. वहां कंप्यूटर लैब और शौचालय तक की व्यवस्था नहीं है.
'पीयू को मिले केंद्रीय यूनिवर्सिटी का दर्जा'
इसके साथ ही पूर्वे ने कहा कि सरकारी स्कूलों में गरीब छात्र पढ़ते हैं. वहां पढ़ाई नहीं होने से उनका भविष्य अधर में लटक जाता है. रामचंद्र पूर्वे ने सरकार से मांग की है कि पटना विश्वविद्यालय को केंद्रीय विश्वविद्यालय का दर्जा मिले. कॉलेजों में शिक्षकों की कमी को जल्द दूर किया जाए. सरकारी स्कूल में छात्रों के लिए संसाधनों की व्यवस्था हो.
राजद नेता रामचंद्र पूर्वे का बयान पुलिस ने बरसाई लाठियां
बता दें कि राज्य में गिरती शिक्षा व्यवस्था को लेकर छात्र राजद ने विरोध मार्च निकाला. पटना पुलिस ने उन्हें इनकम टैक्स के पास प्रतिबंधित क्षेत्र में घुसने से रोका तो छात्र उग्र हो गए. सभी पुलिस बैरिकेटिंग को तोड़कर आगे बढ़ने की कोशिश करने लगे. प्रतिबंधित क्षेत्र में बढ़ रहे राजद कार्यकर्ताओं को रोकने के लिए पुलिस ने जमकर लाठियां बरसाई.