पटना: संपूर्ण क्रांति एक्सप्रेस ट्रेन का मामला एकबार फिर चर्चा में है. बीजेपी नेता व पूर्व केंद्रीय मंत्री रामकृपाल यादव ने रेल मंत्री पीयूष गोयल को एक पत्र लिखा है. उन्होंने संपूर्ण क्रांति एक्सप्रेस ट्रेन को अन्यत्र ले जाने की किसी भी कोशिश और साजिश करार देते हुए इस पर रोक लगाने अपील की है.
संपूर्ण क्रांति एक्सप्रेस (फाइल फोटो) बता दें कि निशिकांत दुबे ने मांग उठाई है कि रेलवे को दिल्ली और पटना के बीच चलने वाली संपूर्ण क्रांति एक्सप्रेस को विस्तारित करके मधुपुर तक चलाना चाहिए. उन्होंने कहा था कि संपूर्ण क्रांति और राजधानी ट्रेन बेकार में पटना जंक्शन पर 12 घंटे तक खड़ी रहती है. ऐसे में रेलवे बोर्ड को इस समय का उपयोग करना चाहिए और उसे मधुपुर तक विस्तारित कर देना चाहिए. इसके बाद बीजेपी सांसद रामकृपाल यादव ने रेल मंत्री को एक पत्र लिखा है.
निशिकांत दुबे (फाइल फोटो) बीजेपी सांसद ने रेल मंत्री को लिखा पत्र
इस लेटर में उन्होंन लिखा है कि, 'रेल मंत्रालय राजेन्दर नगर टर्मिनल से खुलने वाली 12393 सम्पूर्ण क्रांति एक्सप्रेस ट्रेन को अन्यत्र ले जाने की तैयारी कर रहा है. इसका कोई फायदा नहीं है. हम इसके विरोधी है. बैठक में इसके खिलाफ प्रस्ताव भी पारित किया जा चुका है. पटना राजधानी एक्सप्रेस के बाद यही एक प्रीमियम ट्रेन है जो पटना से खुलती है. चूंकि राजधानी एक्सप्रेस में डायनामिक फेयर सिस्टम लागू है, इस कारण 12393/94 एक्सप्रेस में दिल्ली जाने का किराया राजधानी एक्सप्रेस के किराए से लगभग आधा लगता है. इसमें स्लीपर की भी पर्याप्त बोगी रहती है, जिससे काफी लोग कम समय और कम भाड़े में नई दिल्ली पहुंच जाते हैं.
सांसद रामकृपाल ने लिखा पीयूष गोयल को पत्र कैसे नाम पड़ा सम्पूर्ण क्रांति एक्सप्रेस?
सम्पूर्ण क्रांति एक्सप्रेस ट्रेन के नामकरण के पीछे भी एक ऐतिहासिक तथ्य जुड़ा हुआ है. 5 जून 1974 को गांधी मैदान की विशाल जनसभा में लोकनायक जयप्रकाश नारायण जी ने तत्कालीन कांग्रेस सरकार के विरुद्ध सम्पूर्ण क्रांति का आह्वान किया था. जेपी के उसी सम्पूर्ण क्रांति के नारे पर राजेंद्रनगर सम्पूर्ण क्रांति ट्रेन की शुरुआत की गई थी. रामकृपाल यादव ने कहा है कि इस ट्रेन से करोड़ों बिहारवासियों की संवेदना जुड़ी हुई है. इसलिए इससे खिलवाड़ ना किया जाए.