पटना: बिहार के बड़े कारोबारी अशोक सर्राफ के छोटे बेटे निशांत सर्राफ ने मंगलवार को अपनी पत्नी, बेटे और बेटी को गोली मार दी और खुद को शूट कर लिया. इससे निशांत, अलका और अनन्या की मौके पर ही मौत हो गई. जबकि बेटे इशांत की हालत नाजुक बनी है, उसे पारस अस्पताल में भर्ती कराया गया है. जहां उसका इलाज चल रहा है.
पटना: ट्रिपल मर्डर मिस्ट्री में खड़े हो रहे हैं इस तरह के सवाल
घटना मंगलवार को कोतवाली थाना क्षेत्र की किदवईपुरी कॉलोनी के मकान संख्या-46 में हुई.
घटना मंगलवार को कोतवाली थाना क्षेत्र की किदवईपुरी कॉलोनी के मकान संख्या-46 में हुई. पुलिस का दावा है कि कमरे से सुसाइड नोट मिला है, जिसमें निशांत ने हत्याओं और खुदकुशी के लिए खुद को जिम्मेवार बताया है. हालांकि, सुसाइड नोट को पुलिस ने मीडिया से साझा नहीं किया. अधिकारी घटना का कारण स्पष्ट नहीं कर पा रहे हैं. बड़े लोग हैं, इसलिए पुलिस साक्ष्य के बिना कुछ भी कहने से कतरा रही है.
उठ रहे कई सवाल
परिस्तिथियों के अनुसार घटना का कारण पारिवारिक विवाद माना जा रहा है, लेकिन, हालात कुछ सवाल भी खड़े कर रहे हैं.
- सवाल नंबर 1: ऐसी क्या वजह रही होगी कि निशांत ने ये आत्मघाती कदम उठाया?
- सवाल नंबर 2: अगर उन्होंने जीवन लीला समाप्त करने का मन बना लिया था, तो 9 साल की बेटी और 4 वर्ष के बेटे की कनपटी में गोली दागते समय क्या उनके हाथ नहीं कांपे?
- सवाल नंबर 3: इस उम्र के अबोध बच्चों से किस तरह का गुस्सा था?
- सवाल नंबर 4: दस दिन पहले पत्नी और बच्चों के साथ हंसी खुशी विदेश भ्रमण कर आये निशांत आखिर इस कदर तक कठोर कैसे हो गए?
- सवाल नंबर 5: आखिर इन दस दिनों ऐसा क्या हुआ? दोस्त और रिश्तेदारों की मानें तो निशांत गुस्सैल स्वभाव के भी नहीं थे?
- सवाल नंबर 6: पुलिस कहती है कि घटना की जानकारी सुबह 9:35 बजे मिली. निशांत की भाभी ने 9:10 बजे मास्टर की से दरवाजा खोला था, तब घरवालों को वारदात का पता चला.
- सवाल नंबर 7:जबकि बगल वाले कमरे में निशांत के माता पिता सो रहे थे. क्या उन्हें गोली चलने की आवाज नहीं सुनाई दी, क्योंकि उनका कमरा साउंड प्रूफ है.
- सवाल नंबर 8: पुलिस जब पहुंची तो निशांत की बॉडी अकड़ने लगी थी. मतलब मौत 6 से 8 घंटे पहले हुई होगी.
- सवाल नंबर 9: चार साल के बच्चे की कनपटी में गोली लगने के बाद 6 से 8 घंटे तक खून बहता रहा और फिर भी वो जिंदा रहे. जबकि उससे 5 साल बड़ी बहन, 31 साल बड़ी मां और 33 साल बड़े पिता की मौत हो गई. तब तो बच्चे का जीवित रहना कुदरत का करिश्मा ही माना जायेगा.