बिहार में बढ़ता क्राइम ग्राफ, 'सुशासन' के इमेज पर लगा रहा बट्टा, पढ़ें रिपोर्ट - crime graph in bihar latest
बिहार की राजधानी पटना समेत पूरे बिहार में इन दिनों अपराध का ग्राफ लगातार बढ़ता जा रहा है. कानून-व्यवस्था ठीक करने के बजाय सत्ता और विपक्ष में बयानबाजी तथा आरोप प्रत्यारोप ही चलते रहते हैं. बीते 36 घंटे में सूबे में हुए बड़े आपराधिक घटनाओं में पुलिस के हाथ अब भी खाली हैं.
क्राइम
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Published : Jul 14, 2021, 1:25 PM IST
पटना: बिहार में अनलॉक (Unlock In Bihar) होते ही बदमाश बेखौफ हो गए हैं. राज्य के विभिन्न जिलों में आए दिन गोलीबारी, लूटपाट, हत्याकी घटनाओं में वृद्धि हो रही है. बिहार के विभिन्न जिलों में महज 36 घंटे के अंदर कई वारदातों को अंजाम दिया गया है. राज्य सरकार एक तरफ जहां बिहार पुलिस का आधुनिकीकरण करने में जुटी है, वही बिहार पुलिस के सुस्त रवैये की वजह से बिहार में फिर से अपराध का ग्राफ बढ़ने लगा है. जिसका नतीजा है कि आए दिन लूटपाट और मर्डर जैसी घटनाओं को अंजाम दिया जा रहा है.
मधेपुरा (Madhepura) जिले के पुरैनी थाना क्षेत्र के नरदह पंचायत निवासी एक अधिवक्ता को दिनदहाड़े अज्ञात अपराधियों ने गोली मार दी. वहीं नालंदा में रविवार की देर रात क्लीनिक बंद कर घर लौट रहे डॉक्टर को गोली मार दी गई. फिलहाल डॉक्टर और अधिवक्ता इलाजरत हैं.
सहरसा (Saharsa) में एक रिटायर्ड हेड मास्टर के घर में 10 से 12 की संख्या में हथियारबंद अपराधी घुस गये और लूटपाट करने लगे. जब हेडमास्टर ने इसका विरोध किया तो अपराधियों ने उन्हें गोली मार दी. जिससे वे बुरी तरह जख्मी हो गए. करीब 10 लाख की संपत्ति लूटकर अपराधी फरार हो गए. इस मामले में पुलिस को अब तक कामयाबी हासिल नहीं हुई है. रिटायर्ड हेड मास्टर की स्थिति गंभीर बनी हुई है.
वहीं मुंगेर (Munger) जिले के घोसवरी थाना अंतर्गत बलवा गांव में रविवार की देर रात दोतरफा फायरिंग से पूरा इलाका दहल गया. इस मामले को लेकर बताया जा रहा है कि पंचायत चुनाव में वर्चस्व को लेकर फायरिंग की गई थी. दोनों तरफ से लगभग 30 राउंड फायरिंग की गई. हालांकि मामले में किसी के हताहत होने की सूचना प्राप्त नहीं हुई है.
देखें रिकार्ड.
बिहार में अपराध का ग्राफ
क्राइम
2005
2020
हत्या
104778
257506
अपहरण
3423
3149
दुष्कर्म
2262
8004
दंगा
973
1438
चोरी
7704
9419
लूट
11809
31971
डकैती
2379
1902
यही नहीं, मंगलवार को राजधानी पटना सहित औरंगाबाद में लूट की वारदात को अंजाम दिया गया. पटना (Patna) के आलमगंज थाना क्षेत्र के आदिवासी कॉलोनी स्थित एक्सप्रेस ब्रिज पर हथियारबंद लुटेरों ने कंपनी के मैनेजर समेत कई कर्मचारियों को बंधक बना लिया. जिसके बाद हथियार की नोक पर चाबी मांग कर लॉकर से करीब 12 लाख रुपये की लूटकर फरार हो गए. पुलिस दावा कर रही है कि जल्द ही लुटेरे सलाखों के पीछे होंगे.
'इस मामले में जिला पुलिस ने त्वरित कार्रवाई की है. इसके साथ ही मुख्य अभियुक्त की गिरफ्तारी भी की है. हम ये सुनिश्चित करेंगे कि इस मामले में जितने भी अपराधियों की संलिप्त हैं, उनकी गिरफ्तारी की जाए.' -जितेंद्र कुमार, एडीजी
देखें रिकार्ड.
वहीं, औरंगाबाद (Aurangabad) में अपराधियों ने रिलायंस पेट्रोल पंप के कैशियर को दिनदहाड़े गोली मार दी तथा 41 लाख रुपये लूटकर चंपत हो गये. बाइक सवार अपराधियों ने फायरिंग कर पिस्टल की नोक पर लूट की घटना को अंजाम दिया. घायल कैशियर को अस्पताल में भर्ती करवाया गया है. हालांकि मिल रही जानकारी के अनुसार पुलिस को देखते ही अपराधी लगभग 32 लाख रुपये फेंक कर भाग खड़े हुए.
देखें रिपोर्ट.
इस मामले में पुलिस मुख्यालय खुलकर कुछ भी बोलने से परहेज कर रहा है. पुलिस मुख्यालय के एडीजी जितेंद्र कुमार (ADG Jitendra Kumar) के मुताबिक इन सभी घटनाओं को लेकर संबंधित पुलिस अधीक्षक मामला दर्ज कर करवाई कर रहे हैं. कुछ लोगों की गिरफ्तारी भी की गई है. जल्द ही इन मामलों का उद्भेदन किया जाएगा. पुलिस मुख्यालय के एडीजी जितेंद्र कुमार के अनुसार मामला अनुसंधानरत है. हालांकि सवाल यह उठ रहा है कि आखिर इन दिनों बिहार में अपराध का ग्राफ क्यों बढ़ रहा है? पुलिस की लापरवाही या सुस्त गस्ती अपराध बढ़ने का कारण तो नहीं?