पटना: सरकार जेनरिक दवाओं पर विशेष ध्यान दे रही है. इस कड़ी में प्रदेश के सबसे बड़े अस्पताल पीएमसीएच में अमृत दवा दुकान खुलने की प्रक्रिया अंतिम चरण में है. इससे पहले यह सुविधा सिर्फ आईजीआईएमएस में ही था.
प्रदेश के तीन सबसे बड़े अस्पताल में पीएमसीएच, एनएमसीएच और डीएमसीएच में मरीजों को अब जेनरिक दवाओं के लिए भटकना नहीं पड़ेगा. यहां अमृत दवा दुकान खुलने की प्रक्रिया अंतिम चरण में है. 25 सितंबर तक अमृत दवा दुकान का शिलान्यास हो जाएगा.
पीएमसीएच अधीक्षक प्रो.राजीव रंजन प्रसाद 'जल्द मिलेंगी जेनरिक दवाएं'
पीएमसीएच अधीक्षक प्रो.राजीव रंजन प्रसाद ने बताया कि पीएमसीएच में पूरे प्रदेश से गंभीर बीमारी के गरीब मरीज आते हैं. इसकी दवाएं बहुत महंगी होती है. अस्पताल प्रशासन हमेशा कोशिश करता है कि मरीजों को यहां जेनरिक दवाएं ही उपलब्ध कराई जाए. इसके लिए राज्य सरकार और केंद्र सरकार अमृत योजना चला रही है. यहां पहले जेनरिक दवा के दुकानदार भी महंगी दवा बेचा करते थे, इसलिए उसको बंद कर दिया गया है.
पीएमसीएच अधीक्षक प्रो.राजीव रंजन प्रसाद का बयान अमृत योजना के तहत हैं सस्ती दवाएं
बता दें कि अमृत योजना के तहत स्थापित दवा दुकानों में गंभीर बीमारी के मरीजों को सस्ते दर पर दवा दी जाती है. इसमें 202 प्रकार के कैंसर की दवाएं, 186 प्रकार की कार्डियो की दवा और 148 प्रकार की हार्ड इन प्लांट सहित कई बीमारियों की दवा आती हैं. इन बीमारियों की दवाएं 50 से 60% सस्ते दर पर उपलब्ध कराई जाती है.