पटनाः प्रशांत किशोर को लेकर जेडीयू नेता अब खुलकर बोलने लगे हैं. नीतीश कुमार के बयान के बाद प्रशांत किशोर ने ट्वीट कर नीतीश कुमार पर झूठ बोलने का आरोप लगाया जिस पर जेडीयू नेता अजय आलोक ने पीके को कारपोरेट दलाल करार दिया है. वहीं, पीके को कोरोना वायरस करार देते हुए कहा कि अच्छा हुआ कि जेडीयू को इससे मुक्ति मिली.
अमित शाह को लेकर प्रशांत किशोर के ट्वीट पर अजय आलोक ने सवाल खड़ा किया. उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार 358 दिन पहले यह बात कह चुके हैं. लेकिन प्रशांत किशोर को अब याद आ रही है, असल में उनकी कोई विश्वसनीयता नहीं है. अजय आलोक का कहना है कि पीके 2014 में नरेंद्र मोदी का विश्वास नहीं जीत पाए. 2015 में नीतीश कुमार के लिए मार्केटिंग करने आए लेकिन विश्वास नहीं जीत पाए.
'पीके की कोई विश्वसनीयता नहीं'
जेडीयू नेता ने कहा कि पीके एक तरफ राहुल गांधी को थैंक्स बोलते हैं और दूसरी तरफ प्रधानमंत्री के लिए अपरिपक्व बताते हैं. जबकि दिल्ली में अरविंद केजरीवाल के लिए काम करते हैं और बंगाल में ममता बनर्जी के गोद में बैठ जाते हैं. यहीं नहीं, शिवसेना की सरकार बनाने में लग जाते हैं और डीएमके के साथ गलबहियां करते हैं. जेडीयू नेता के मुताबिक ऐसे लोगों की विश्वसनीयता क्या रह जाएगी.
नीतीश के लिए बैटिंग कर रहे आलोक
प्रशांत किशोर पर नीतीश कुमार ने मंगलवार को बयान देते हुए कहा कि वह जहां जाना चाहते हैं जाएं. साथ ही यह भी कहा कि अमित शाह के कहने पर ही उनको पार्टी में लाया गया. जिस पर प्रशांत किशोर ने ट्वीट करते हुए भी नीतीश कुमार को झूठा बताया. बता दें कि अजय आलोक को जेडीयू ने प्रवक्ता पद से हटा दिया गया था. बावजूद इसके पार्टी में रहते हुए हालिया दिनों में सक्रियता बढ़ी है. खास कर नीतीश कुमार के पक्ष में सोशल मीडिया पर लगातार बैटिंग कर रहे हैं. वहीं, प्रशांत किशोर पर लगातार निशाना साध रहे हैं.