बिहार

bihar

ETV Bharat / state

इस गर्मी बिहार में नहीं होगी पानी की दिक्कत, विभाग कर रहा पूरी निगरानी: रामप्रीत पासवान - patna today news

बिहार में इस बार गर्मी के मौसम में पानी की किल्लत ना हो इसके लिए पीएचईडी विभाग ने पूरी तैयारी कर ली है. इस गर्मी में पानी की परेशानी किसी जिले में ना हो इसके लिए विभाग ने पहले से ही रूपरेखा तैयार कर सरकारी चापाकल को भी ठीक करवा लिया है.

ramprit paswan statement
ramprit paswan statement

By

Published : Apr 2, 2021, 7:20 PM IST

Updated : Apr 2, 2021, 7:30 PM IST

पटना: गर्मी में हर साल बिहार को पानी की किल्लत से दो चार होना पड़ता है. लेकिन इस बार बिहारवासियों को पानी की समस्या नहीं होगी. यह दावा है बिहार के पीएचईडी विभाग के मंत्री रामप्रीत पासवानका.

यह भी पढ़ें-जीतन राम मांझी इन दिनों हैं परेशान, CM नीतीश से लगाई मदद की गुहार

'पानी की किल्लत से मिलेगी मुक्ति'
बिहार प्रदेश में इस बार गर्मी के मौसम में पानी की किल्लत ना हो इसके लिए पीएचईडी विभाग पूरी तैयारी में है. पीएचईडी विभाग का दावा है कि पिछले कई सालों से पानी का जलस्तर कम होने से कई जिलों में जल त्रासदी देखने को मिलती थी. वह इस साल देखने को नहीं मिलेगी. इस बार बारिश के साथ साथ बिहार प्रदेश के कई जिले बाढ़ की चपेट में थे, इसलिए विभाग का यह मानना है कि वाटर लेवल इस बार संतुलित रहेगा.


'विभाग के अंतर्गत जितने भी सरकारी चापाकल हैं उसको ठीक करवा कर चालू कर दिया गया है. जिससे पानी की समस्या ना हो. विभाग पूरी समीक्षा कर रहा है. विभाग ग्रामीणों को पेयजल मुहैया कराने को लेकर कार्य योजना बनाकर पूरी निगरानी करेगा.'- रामप्रीत पासवान, पीएचईडी मंत्री, बिहार

विभाग गिरते भूजल स्तर पर है सजग

पीएचईडी विभाग सतर्क
बिहार में हर साल देखा जाता है कि कई जिलों में पेयजल की समस्या विकराल हो जाती है, और लोगों को पानी की किल्लत होती है. इसलिए विभाग इस बार गर्मी के पहले से ही पूरी तरह से नजर बनाए हुए है. सीवान, जहानाबाद, बेगूसराय, मुजफ्फरपुर, छपरा ऐसे जिले हैं जहां पर जल संकट देखने को मिलता था. इसलिए विभाग ने पहले से ही कमर कस ली है. और इन जिलों में विशेष निगरानी रखने को लेकर अधिकारियों को आदेश भी दिया गया है.

'लोगों को करना होगा जागरुक'
पीएचीडी मंत्री रामप्रीत पासवान ने इस दौरान जानकारी दी कि विभाग के अधिकारी के साथ-साथ पंचायती राज विभाग के अधिकारी के साथ मिलकर लोगों को जल संचय करने का उपाय बताया जाए. किस तरह से जल को बचाया जाए, तालाब, पोखर, गड्ढे में जल संचय करवा कर जल की महत्ता को लोगों को भी समझाया जा रहा है. गर्मी के दिनों में देखा जाता है कि पानी की बर्बादी ज्यादा की जाती है. इसलिए पानी की बर्बादी कम करने के लिए लोगों को भी जागरूक किया जा रहा है.

रामप्रीत पासवान, पीएचईडी मंत्री, बिहार

ना करें पानी बर्बाद
ग्रामीण क्षेत्रों में देखा जाता है कि बहुत सारे लोग पेय जल से ही मवेशियों को नहलाते हैं. नलों से पानी बहता रहता है. ऐसे में लोगों को जागरुक करने की जरुरत है. इसके साथ ही विभाग, पंचायत से लेकर जिला स्तर पर निगरानी बढ़ा दी गई है. ताकि पानी का संचय हो सके.

विभाग उठा रहा कदम

  • विभाग गिरते भूजल स्तर पर है सजग.
  • पूरे राज्य में टूटे नलों को बनाने की कवायद तेज.
  • पानी का नल या पाइप टूटा रहने पर तुरंत कराई जा रही मरम्मत.
  • विभाग को तुरंत मरम्मत कराने का आदेश.
  • अगर संवेदक ठीक नहीं करवाते हैं तो विभाग के द्वारा रोके जाएंगे उनके पैसे.
  • कार्यपालक अभियंता और सचिव को भी दिए गए हैं निर्देश.
  • पानी को लेकर प्रमंडलीय बैठक भी शुरू.
  • पीएचईडी विभाग कर रहा पूरी निगरानी.
Last Updated : Apr 2, 2021, 7:30 PM IST

ABOUT THE AUTHOR

...view details