पटना: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के महत्वाकांक्षी परियोजनाओं में से एक 'हर घर जल योजना' है. सरकार इस योजना को लेकर अपनी पीठ भी थपथपा रही है. लेकिन राजधानी के बाढ़ में पानी नहीं मिलने से लोग काफी परेशान हैं.
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पीने का पानी लोगों को नसीब नहीं
प्रखंड मुख्यालय से महज 10 कदम की दूरी पर जलालपुर महादलित टोला में कई महीनों से पानी लोगों को नसीब नहीं हो रहा है. ऐसे में भीषण गर्मी में लोगों के बीच पानी के लिए हाहाकार मचा हुआ है. पिछले कई महीनों से धनरूआ के जलालपुर महादलित टोला में लोगों के घरों तक नल का जल नसीब नहीं हो रहा है. ऐसे में लोग पानी लाने के लिए दूसरे मोहल्ले में जाने को विवश हैं. नहाने खाने से लेकर पानी पीने के लिए लोग तरस रहे हैं. इस भीषण गर्मी और चिलचिलाती धूप में लोग एक एक बूंद पानी के लिए तरसना पड़ रहा है. ऐसे में लोग आक्रोशित होकर हंगामा करने पर उतारू हो गए हैं.
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आपको बता दें कि प्रखंड मुख्यालय के बगल में ही पीएचईडी विभाग का जल मीनार है. वहीं से पूरे प्रखंड कोलनी में पानी की सप्लाई होती है, लेकिन पिछले कई महीनों से तकनीकी खराबी आ जाने से जलालपुर महादलित टोला में पानी सप्लाई नहीं हो रहा है. पीएचईडी विभाग की लापरवाही के कारण महादलित बस्ती में कई दिनों से पानी नहीं मिलने से लोग पानी के लिए तरस रहे हैं.
'कुछ तकनीकी खराबी आ जाने के कारण और करोना काल को लेकर के बनाने में परेशानी हो रही है. बहुत जल्द बना दिया जाएगा. लेकिन सवाल से सिस्टम से है कि आखिर यह सभी महादलित के लोग पानी के लिए जाएंगे'.-कनीय अभियंता, पीएचईडी विभाग
हर घर जल योजना है फेल
बता दें कि प्रदेश में नीतीश कुमार पर्यावरण को लेकर काफी सक्रिय हैं. पानी को लेकर 'हर घर जल योजना' की शुरुआत भी किए. लेकिन इन योजानाओं के बाद भी हालात में बहुत बदलाव नहीं हुए हैं. राजधानी सहित सभी जिलों में सरकार के दावे खोखले साबित हो रहे हैं.