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स्मार्ट सिटी मिशन की रियल टाइम रैंकिंग जारी, 17 स्थान लुढ़ककर 82वें स्थान पर आया पटना

देश भर के 100 स्मार्ट शहरों की रियल टाइम रैंकिंग जारी (Patna ranks 82nd in Real Time Ranking) की गई है. जिसमें पटना को 82वां स्थान प्राप्त किया है. वहीं, बिहार के मुजफ्फरपुर, भागलपुर और बिहार शरीफ पटना स्मार्ट सिटी से रैंकिंग में ऊपर है. पढ़ें पूरी खबर..

पटना स्मार्ट सिटी
पटना स्मार्ट सिटी

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Published : Jun 29, 2022, 4:38 PM IST

पटना:स्मार्ट सिटी मिशन (Smart City Mission) की ओर से देश भर के 100 स्मार्ट शहरों की रीयलटाइम रैंकिंग जारी (Realtime Ranking of 100 Smart Cities Released) की गई है. इस रियल टाइम रैंकिंग में पटना 17 स्थान लुढ़ककर 65 से 82वें स्थान पर आ गया है. यह रियल टाइम रैंकिंग स्मार्ट सिटी मिशन कार्यक्रम के 7 साल पूरे होने के अवसर पर नए मापदंडों के आधार पर जारी किया गया है. इस रिपोर्ट में चौंकाने वाली बात यह है कि बिहार के चार स्मार्ट सिटी में पटना सबसे फिसड्डी है और भागलपुर, मुजफ्फरपुर, बिहार शरीफ राजधानी पटना से ऊपर है.

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स्मार्ट सिटी रैंकिंग में पटना का 82वां स्थान: पटना 250 अंको में 16.83 अंक प्राप्त कर 82वां स्थान प्राप्त किया है. वहीं, पटना से ऊपर बिहार का भागलपुर है. जिसने 21.80 अंक प्राप्त कर 76वां स्थान, मुजफ्फरपुर 20.37 अंक प्राप्त कर 78वां स्थान और बिहार शरीफ 17.10 अंक प्राप्त कर 81 वां स्थान प्राप्त किया है. इसमें गौर करने वाली बात यह है कि बिहारशरीफ को पटना के बाद में स्मार्ट सिटी मिशन कार्यक्रम में शामिल किया गया था.

100 स्मार्ट शहरों की जारी की गई रैंकिंग: बताते चलें कि 100 स्मार्ट शहरों की रैंकिंग तय करने के लिए अलग-अलग कार्यों के लिए कुल 250 अंक निर्धारित किए गए थे. जिसमें प्रोजेक्ट परफॉर्मेंस के लिए 120 अंक, फंड मैनेजमेंट के लिए 80 अंक, मैंडेटरी कंप्लायंस के लिए 15 अंक और परफॉर्मेंस इन चैलेंज/इनीशिएटिव के लिए 35 अंक है. इसमें पटना की बात करें तो फाइनेंशियल एंड फिजिकल प्रोग्रेस और लास्ट मंथ एक्सपेंडिचर में माइनस 10-10 अंक यानी कि -20 अंक प्राप्त हुए हैं. इसके अलावा फंड यूटिलाइजेशन में 11.18 अंक, स्मार्ट सिटी मिशन के तहत वर्क कंप्लीटेड में 3.58 अंक, स्मार्ट सिटी मिशन के तहत एजेंसी के माध्यम से वर्क कंप्लीटेड में 8.2 अंक और फंड ट्रांसफर में 3.83 अंक और ट्रांसपोर्ट फॉर ऑल विनर्स में 5 अंक प्राप्त हुए हैं. कुल मिलाकर पटना को 16.83 अंक प्राप्त हुए हैं. जबकि इंदौर ने 220.41 अंक प्राप्त कर स्मार्ट सिटी के लिस्ट में टॉप पोजीशन प्राप्त किया है.

स्मार्ट सिटी के कार्यों के आधार पर होती है रैंकिंग: पटना स्मार्ट सिटी मिशन की मुख्य जनसंपर्क अधिकारी हर्षिता बताती हैं कि स्मार्ट सिटी मिशन भारत सरकार द्वारा स्मार्ट सिटी के कार्यों के आधार पर रैंकिंग के लिए समय-समय पर पैमाना में बदलाव किया जाता है और इस बार भी रैंकिंग के लिए पैमाना बदला गया है. अभी पटना स्मार्ट सिटी मिशन के कई कार्य अंडर प्रोग्रेस है और आने वाले तीन चार महीनों में यह पूर्ण होंगे. ऐसे में निश्चित तौर पर रैंकिंग में सुधार देखने को मिलेगा. उन्होंने बताया कि अभी जो स्मार्ट सिटी मिशन के 100 शहरों की रियल टाइम रैंकिंग आई है, उसमें टॉप टेन में वही शहर हैं जिन्हें स्मार्ट सिटी मिशन के लिए राउंड वन और राउंड टू में चुन लिया गया था. जबकि, पटना को तीसरे राउंड में स्मार्ट सिटी मिशन कार्यक्रम के लिए चुना गया.

पटना स्मार्ट सिटी के कई प्रोजेक्ट हो गये हैं पूरा:पटना स्मार्ट सिटी मिशन की मुख्य जनसंपर्क अधिकारी ने बताया कि अदालतगंज तालाब का सुंदरीकरण इंटीग्रेटेड कमांड कंट्रोल सेंटर का भवन वीरचंद पटेल पथ कारी डेवलपमेंट गांधी मैदान में मेगा स्क्रीन और लिंक रोड जैसे पांच काम पूरे हो गए हैं और 9 जन सेवा केंद्र सुचारू है. तेजू के तहत 19 जगहों पर जन सेवा केंद्र तैयार किया जा रहा है. जो जल्द शुरू होगा. इसके अलावा 42 ई टॉयलेट जल्द ही शुरु होंगे. पब्लिक ट्रांसपोर्ट बस स्टैंड का निर्माण कार्य भी आखिरी चरण में है. वहीं, कुछ प्रोजेक्ट है जो टेंडर के स्टेज में आ गए हैं. जिसमें मल्टीमॉडल हब, मल्टी लेवल कार पार्किंग, हैप्पी स्ट्रीट, एसके मेमोरियल हॉल का रिनोवेशन जैसा कार्य प्रमुख है.

रैंकिंग में जल्द होगा सुधार:मुख्य जनसंपर्क अधिकारी ने बताया कि सभी कार्य समय अवधि के पहले पूरे कर लिए जाएंगे और इसके बाद रैंकिंग में सुधार देखने को मिलेगा और संभव है कि आने वाले 3 से 4 महीनों में पटना स्मार्ट सिटी रैंकिंग में टॉप 50 में शामिल हो जाए. रैंकिंग के लिए 250 अंकों में 120 अंक प्रोजेक्ट परफॉर्मेंस और 80 अंक फंड मैनेजमेंट के लिए है. ऐसे में पटना स्मार्ट सिटी मिशन का फोकस है कि कार्यों को समय से पहले पूरा कर लिया जाए ताकि, प्रोजेक्ट परफॉर्मेंस में रैंक अच्छी मिले और समय पर कार्य पूरे किए जाएंगे तो अगले कार्य के लिए फंड भी आसानी से जल्दी उपलब्ध हो पाएगा. ऐसे में फंड मैनेजमेंट में भी पटना की अंक सुधरेगी.

पटना शहरी क्षेत्र में पांच कार्य हो चुका है पूरा:पटना स्मार्ट सिटी लिमिटेड के सीईओ मोहम्मद शमशाद ने जानकारी दी कि अब तक 52.5 करोड़ की लागत से स्मार्ट सिटी में पटना शहरी क्षेत्र के एबी डी एरिया में 5 योजनाओं को पूरा किया है. इसके अलावा 342.19 करोड़ की लागत से 15 योजनाओं पर काम चल रहा है. साथ ही साथ 521.54 करोड की लागत से 10 योजनाएं टेंडर और स्वीकृति की स्थिति में है. यानी कि अभी पटना स्मार्ट सिटी लिमिटेड को 930 करोड़ की योजनाओं को पूरी करनी है. इसके साथ ही 800 करोड़ खर्च करके पीपीपी प्रोजेक्ट के तहत कई योजनाओं पर काम किया जाना है.

28 जगहों पर जन सेवा केंद्र तैयार:17.50 करोड़ की लागत से 28 जगहों पर जन सेवा केंद्र तैयार किया जा रहा है. जिसमें 9 जगह पर जन सेवा केंद्र चालू हो चुके हैं. इसके अलावा 20 सरकारी इमारतों की छतों पर बियार्डा के सहयोग से 3.80 करोड़ की लागत से सोलर प्लेट लगाए जाने का काम चल रहा है. जिसमें 19 सरकारी भवनों पर सोलर प्लेट लगाने का काम पूरा हो चुका है और एकमात्र बीएसईबी ऑफिस है, जिस पर सोलर प्लेट लगाने का काम चल रहा है.

आने वाले दिनों में कई कार्य होंगे पूरा:19 सरकारी भवनों पर लगे सोलर पैनल से विगत 6 महीने में कुल 528718.5 केवी(KWH) बिजली का उत्पादन हुआ है. उन्होंने बताया कि स्मार्ट सिटी का काम कोरोना के कारण बीते 2 वर्षों में थोड़ी धीमी पड़ गई लेकिन अब फिर से तेज गति से काम शुरू होने शुरू हो गए हैं और केंद्र और राज्य सहयोग से अब तक 380 करोड़ की राशि स्मार्ट सिटी लिमिटेड को प्राप्त हुई है. उन्होंने बताया कि आने वाले दिनों में कई कार्य पूर्ण हो जाएंगे जिसके बाद रैंकिंग में सुधार देखने को मिलेगा.

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