पटना: दिल्ली की तर्ज पर पटना शहर में मोहल्ला क्लीनिक खोलने को लेकर नगर निगम की आगामी 10 फरवरी को होने वाली सशक्त स्थाई समिति की बैठक में इस प्रस्ताव को मंजूरी मिल सकती है. राजधानी में जहां पीएचसी नहीं हैं, उन इलाकों में मोहल्ला क्लीनिक खोलने की योजना बनाने में निगम प्रशासन जुटा हुआ है.
शहर में अस्पताल की कमी
पटना शहर की आबादी लगातार बढ़ते जा रही है. साल 2011 की जनगणना के अनुसार, पटना जिले की आबादी लगभग 12 लाख से अधिक हो गई है. आबादी अधिक होने की वजह से शहर में अस्पताल की कमी नजर आ रही है.अस्पतालों की कमी को दूर करने के लिए पटना नगर निगम क्षेत्र अपने इलाके में दिल्ली के तर्ज पर मोहल्ला क्लीनिक खोलने का निर्णय लेने जा रहा है. 10 फरवरी को पटना नगर निगम की स्टैंडिंग कमेटी की बैठक होनी है. इस बैठक में कई मुद्दों पर चर्चा होगी. जिसमें खास महत्वपूर्ण एजेंडा मोहल्ला क्लीनिक का है.
"यदि स्टैंडिंग कमेटी की बैठक में यह सहमति बन गई, तो पटना के विभिन्न इलाकों में मोहल्ला क्लीनिक खोला जाएगा. जिसमें नगर निगम के कर्मचारियों के साथ उस मोहल्ले के लोग भी अपना इलाज करवा सकते हैं. इन मोहल्ला क्लिनिक की देख-रेख निगम प्रशासन के द्वारा किया जाएगा. पटना के उन इलाकों में मोहल्ला-क्लीनिक खुलेगा, जहां पीएचसी नहीं है या इलाज की बेहतर सुविधा नहीं है. दिल्ली की तर्ज पर खुलने वाले इन मोहल्ला-क्लीनिक में आम लोगों को सस्ती दर पर विभिन्न बीमारियों के इलाज की सुविधा मिलेगी. मोहल्ला-क्लीनिक पीपीपी मोड पर खोले जाएंगे. इसके तहत नगर निगम प्राइवेट कंपनी के साथ मिलकर इसका निर्माण करेगी. इसके लिए नगर निगम खुद अपनी जमीन मुहैया कराएगी"-सीता साहू, मेयर