पटना:आवासन एवं शहरी कार्य मंत्रालय भारत सरकार ने देशभर के नगर निगमों की रैंकिंग उनके प्रदर्शन के आधार पर जारी कर दी है. जिसमें पटना नगर निगम को प्रदर्शन सूचकांक में 16 वां रैंक मिला है. तो वहीं, जीवन सुगमता सूचकांक में बड़ी छलांग लगाते हुए 33वां स्थान मिला है.
यह भी पढ़ें: स्वच्छता सर्वेक्षण 2021: सर्वे के लिए केंद्रीय टीम पहुंची पटना, लोगों से लेगी फीडबैक
100 स्मार्ट शहरों का किया गया मूल्यांकन
दोनों सूची में रैंक बेहतर मिलने सेनिगम प्रशासनकाफिर खुश नजर आ रहा है. निगम प्रशासन की मानें तो यह गए कार्यों के आधार पर हमें अंक मिला है. देश भर में विभिन्न पहलुओं के माध्यम से शहरों में हुई प्रगति का आकलन करने और उन्हें अपने कार्य प्रदर्शन की योजना बनाने, कार्यान्वयन और निगरानी के लिए दो सूचकांक जीवन सुगमता सूचकांक और नगरपालिका कार्य प्रदर्शन सूचकांक एमपीआई 2019 लांच किए गए हैं. इन दोनों सूचियों को 100 स्मार्ट शहरों और 10 लाख से अधिक आबादी वाले 51 शहरों में नागरिकों के जीवन की गुणवत्ता का आकलन करने के लिए डिजाइन किया गया है.
यह भी पढ़ें: कम बजट से पटना नगर निगम की 67% योजनाएं अधर में, बड़ा सवाल कैसे शहर होगा स्मार्ट?
पांच क्षेत्रों में आकलन कर दिया जाता है रैंक
नगरपालिका के कार्य प्रदर्शन सूचकांक 2019 के साथ मंत्रालय ने पांच क्षेत्रों यानी सेवा, वित्त, योजना, प्रौद्योगिकी और शासन के आधार पर नगरपालिकाओं के कार्य प्रदर्शन का आकलन करने की मांग की है. इन्हें आगे 20 अन्य क्षेत्रों में विभाजित किया गया है. जिनका 100 संकेतकों में आकलन किया गया है. देशभर के नगरपालिकाओं को बेहतर नियोजन और प्रबंधन को लेकर सूचकांक की पहली सूची जारी कर दी है.
नगर पालिका कार्य प्रदर्शन सूचकांक में 5 क्षेत्रों में प्रदर्शन के आधार पर नगर पालिकाओं के कार्य प्रदर्शन का अंक जारी किया जाता है.
यह भी पढ़ें: पटना: खुले में ही हो रही मांस-मछली की बिक्री, शहर कैसे बनेगा स्मार्ट
इन क्षेत्रों में किए कार्य प्रदर्शन के आधार पर मिलती है बेहतर रैंकिंग
1. सेवा- नगर पालिका प्रदर्शन सूचकांक में 30 फ़ीसदी भार सेवाओं जैसे स्वास्थ्य, शिक्षा, जल, अपशिष्ट जल ठोस, अपशिष्ट प्रबंधन और साफ-सफाई रजिस्ट्रेशन परमिट, आधारभूत संरचना के आधार पर नगर निकायों का मूल्यांकन किया जाता है.
2. वित्त- आय प्रबंधन, प्रबंधन, आर्थिक जिम्मेदारियों का वाहन, टैक्स कवरेज, वित्तीय स्रोत, बजट ,ऑडिट ,क्रेडिट रेटिंग आदि का मूल्यांकन किया जाता है.
3. योजना -योजना की तैयारी टाउन प्लैनिंग,स्कीम ग्रीन बिल्डिंग, सिंगल विंडो , क्लीयरेंस योजना का क्रियान्वयन एवं योजना प्रवर्तन शामिल है.
4. प्रौद्योगिकी- ई गवर्नेंस ,ई टेंडर की व्यवस्था डिजिटल लिट्रासी, प्रोग्राम के अंतर्गत आते हैं.
5. शासन - पारदर्शिता उत्तरदायित्व, मानव संसाधन,कार्यकुशलता, परफॉर्मेंस रिपोर्ट, बजट पब्लिकेशन,पोर्टल ,आमजन की भागीदारी शामिल है.
इन सभी बिंदुओं के आधार पर नगर पालिका प्रदर्शन सूचकांक में देशभर के सभी 100 स्मार्ट सिटी एवं 10 लाख से ज्यादा आबादी वाले 14 शहरों ने हिस्सा लिया. इस लिस्ट में पटना का नाम टॉप 20 के लिस्ट में शामिल है.
क्या है जीवन सुख मतों का सूचकांक 2019
जनवरी 2020 में भारत सरकार द्वारा जीवन सुख सूचकांक का दूसरा संस्करण जीवन सुगमता सूचकांक 2019 लॉन्च किया गया. पहली बार जारी हुए जीवन सुगमता सूचकांक में 2018 में कुल 111 शहरों की लिस्ट में पटना जहां 109वें पायदान पर था. वहीं, भारत सरकार द्वारा गुरुवार को जारी हुई जीवन सुगमता सूचकांक 2020 के रिजल्ट में पटना 33 वें रैंक पर पहुच गया हैं.
रैंकिंग में उछाल से उत्साहित है निगम
भारत सरकार द्वारा जारी दोनों सूचकांक की रिपोर्ट में पटना नगर पालिका को मिली बेहतर रैंक को लेकर निगम प्रशासन काफिर उत्साहित हैं. निगम प्रशासन को उम्मीद है कि स्वच्छता सर्वेक्षण को लेकर जो रिपोर्ट 2021 में भारत सरकार द्वारा जारी की जाएगी. इसमें भी पटना का रैंक बेहतर मिल सकता है.