पटना: पटना के गांधी मैदान में बिहार दिवस के आयोजन को लेकर जोर शोर से तैयारी चल रही थी. सोमवार को हुई बारिश से आयोजन की तैयारियां प्रभावित हुई. गांधी मैदान की एक नंबर गेट से एंट्री होते हुए मैदान के अंदर मुख्य मंच तैयार किया जा रहा है. आधे घंटे की बारिश के बाद गेट नंबर 1 के बाहर घुटने भर पानी जमा (Water logging in Patna) हो गया. नगर निगम के मजदूर जल निकासी के लिए नालों की साफ-सफाई करते हुए नजर आए, लेकिन शाम 7:00 बजे तक पटना के गांधी मैदान इलाके में हुए जलजमाव की पूरी जल निकासी नहीं हो पाई थी.
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सड़क पर पानी जमा हो गया: स्थानीय दुकानदार इस बात से परेशान दिखाई पड़े कि नाली में पानी की निकासी नहीं हो रहा है. दुकानदारों ने बताया कि नाला जाम है, सड़क पर साफ-सफाई है लेकिन नाले की सफाई नहीं होने की वजह से पानी की निकासी नहीं हो रही है. गांधी मैदान की गेट नंबर 1 के बाहर से गुजर रहे राहगीरों ने बताया कि उनका जूता चप्पल खराब हो गया है. पानी में पैर गीला करके चलना पड़ा है. सड़क पर आधा फीट पानी जमा हो गया है.
शहर की सुंदरता पर बट्टा: राहगीरों ने बताया कि पटना स्मार्ट सिटी कब से बन रहा है. आजतक जल निकासी की उचित उपाय नहीं किया जा सका है. चंद मिनट की बारिश के बाद जलजमाव हो जाता है. शुरू से ही पटना की यह समस्या रही है. पटना में बाढ़ के बाद नए सिरे से ड्रेनेज सिस्टम तैयार हुआ लेकिन वह अब तक फंक्शनल नहीं है. अभी भी पटना वासियों को जलजमाव का सामना करना पड़ रहा है. गांधी मैदान जैसे रिहायशी इलाके में बारिश के बाद की यह तस्वीर शहर की सुंदरता पर बट्टा लगा रही है. बिहार दिवस पर बाहर के लोग समारोह देखने आएंगे तो निश्चित तौर पर सरकार के जो दावे किये हैं उसकी कलई खुल जाएगी.
"नाला जाम है, सड़क पर साफ-सफाई है लेकिन नाले की सफाई नहीं होने की वजह से पानी की निकासी नहीं हो रही है. गांधी मैदान की गेट नंबर 1 के बाहर पानी में पैर गीला करके चलना पड़ा है"- राहगीर