पटना: बिहार में विधानसभा चुनाव की सुगबुगाहट के बीच पप्पू यादव ने एक बार फिर से नीतीश सरकार पर निशाना साधा. जाप सुप्रीमों ने बताया कि राज्य सरकार क्वारंटीन सेंटर्स पर रह रहे प्रवासी लोगों को स्टील की थाली, ग्लास, चम्मच और अन्य बर्तन और कपड़ें को लेकर 88 करोड़ रुपये खर्च करने का दावा कर रही है. लेकिन इस राशि में से लगभग 80 प्रतिशत की राशि को नेताओं और अधिकारियों ने गबन कर लिया. इस वजह से बंदी के दौरान बिहार सरकार ने मजदूरों पर जितना खर्च किया, उसकी सीबीआई जांच होनी चाहिए.
'लाश पर ताज की राजनीति कर रही भाजपा'
7 जून को भाजपा की प्रस्तावित डिजिटल रैली के बारे में पप्पू यादव ने बताया कि भाजपा गरीबों की लाश पर ताज पहनाने की राजनीति कर रही है. देशभर में लोग भूख से परेशान हैं और बीजेपी को चुनाव की चिंता है. श्रमिक स्पेशल ट्रेनों में 82 से अधिक लोगों की मौत हुई है. इसी न्यायिक जांच होनी चाहिए और रेल मंत्री पीयूष गोयल समेत अन्य दोषियों पर भारतीय दंड संहिता की धारा 302 के तहत मुकदमा दर्ज किया जाना चाहिए.
पप्पू यादव , जाप सुप्रीमों मजदूरों की वापसी के लिए हमने किया बसों का इंतजाम
जाप सुप्रीमो पप्पू यादव ने बताया कि जब मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कोटा से छात्रों और दूसरे राज्यों से मजदूरों को वापस लाने से मना कर दिया. तो हमने बसों और ट्रेनों का इंतजाम किया और छात्रों और मजदूरों को वापस बिहार वापस लाने का काम किया था. दिल्ली से बिहार के अलग-अलग जिलों के लिए 362 बसें चलावाई. हमने देश के विभिन्न राज्यों में फंसे लोगों को उनके घर तक पहुंचाने का काम किया.
7 लाख 62 हजार से अधिक लोगों को दिया राशन
पप्पू यादव ने बताया कि लाॉकडाउन के दौरान हमने कोटा से सात ट्रेनें चलवाईं. दिल्ली के 60 हजार मजदूरों को टिकट के लिए पैसे दिए. 7 लाख 62 हजार से अधिक लोगों तक राशन पहुंचाया. दस हजार से अधिक लोगों को सीधे उनके बैंक अकाउंट में दो-दो हजार रुपए दिए.
मनरेगा के तहत मजदूरों को मिले 300 दिनों का कार्य
जाप नेता ने कहा कि सरकार मजदूरों के हितों को लेकर चिंतित नहीं है. वोट बैंक की राजनीति जारी है. उनकी जाप पार्टी बिहार वापस लौटे सभी मजदूरों तक राहत सामग्री पहुंचाने का काम करेगी. सभी प्रवासी मजदूरों को 5 किलो चावल, एक लीटर तेल, एक किलो दाल, मसाला और दो साबुन वितरित करेगी. उन्होंने सरकार से मांग करते हुए कहा कि मनरेगा के तहत मजदूरों को 300 दिनों का कार्य और तीन महीने का वेतन सरकार एडवांस में दें. किसानों की खरीफ फसलें बर्बाद हो गई हैं. इसलिए सरकार हर किसान को 12-12 हजार रुपये उनके खाते में भेजे. इस दौरान जाप सुप्रीमों पप्पू यादव के अलावे प्रेमचंद सिंह, राजेश रंजन पप्पू, मंजय लाल राय, अवधेश लालू और हरेराम महतो समेत कई जाप पार्टी नेता मौजूद रहे.