पटना:जम्मू कश्मीर में धारा 370 को लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने एक बार फिर साफ कर दिया है कि इस मुद्दे पर उनक स्टैंड क्लियर है. आतंकवाद पर लगाम लगाने के लिए धारा 370 हटाने की आवश्यकता नहीं है.
इस मुद्दे पर बिहार सरकार के मंत्री श्याम रजक ने कहा कि 370 के मुद्दे पर जेडीयू का रुख स्पष्ट है और इसका कोई भी समझौता नहीं होगा. आरजेडी नेता और विधायक भाई वीरेंद्र ने कहा कि 370 के मुद्दे पर हम जदयू के रुख का स्वागत करते हैं. इधर कांग्रेस ने इसे जदयू और बीजेपी का ड्रामा बताया. इस मामले पर कांग्रेस प्रवक्ता प्रेम चंद्र मिश्रा ने कहा कि इन मुद्दों पर अगर इतना ऐतराज है, तो नीतीश कुमार बीजेपी का साथ छोड़ दें.
जदयू, आरजेडी और कांग्रेस नेताओं का बयान जेडीयू ने कहा- करेंगे विरोध
दरअसल, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार धारा 370 हटाने के खिलाफ हैं और वह पहले भी कह चुके हैं कि अगर केन्द्र सरकार धारा 370 को हटाने को लेकर कोई प्रस्ताव लाती है तो जदयू उसका विरोध करेगी. पार्टी का मानना है कि कश्मीर से धारा 370 नहीं हटना चाहिए.
सुशील मोदी ने उठाया धारा 370 का मुद्दा
बता दें कि बिहार के उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने ट्वीट किया था कि, 'पुलवामा आतंकी हमले के बाद जम्मू-कश्मीर के अलगाववादी नेताओं की गिरफ्तारी, उनकी सिक्युरिटी वापस लेना और टेरर फंडिंग जैसे मामलों में कड़ी पूछताछ का असर है कि 30 साल में पहली बार भारत के गृहमंत्री की कश्मीर यात्रा पर किसी अलगाववादी संगठन ने घाटी में बंद का आह्वान करने की जुर्रत नहीं की.'
उन्होंने लिखा- 'हाल के संसदीय चुनाव में कश्मीर से धारा 370 को हटाने और अलगाववाद पर कड़े रुख के लिए जनादेश मिला है. ऐसे में इस मुद्दे पर परंपरागत नरम रुख रखने वाले दलों को भी पुनर्विचार करना चाहिए. कश्मीर नीति की पहली सफलता के लिए गृहमंत्री अमित शाह को बधाई.'