पटना: पूरी दुनिया इन दिनों कोरोना वायरस की चपेट में है और सरकारें इसे रोकने के लिए तरह-तरह के उपाय कर रही हैं. वहीं, बिहार सरकार ने कोविड-19 के संदिग्ध मरीजों को होटल पाटलिपुत्र अशोक में कॉरेन्टीन के रूप में तब्दील करके आइसोलेशन वार्ड बनाकर रखने का फैसला किया है.
आग लगने पर कुआं खोदने में जुटे नीतीश- हम
स्वास्थ्य विभाग को मुख्यमंत्री ने आदेश भी जारी कर दिया है. इसके बाद से सरकार के इस फैसले पर विपक्षी दलों ने अब सवाल उठाने शुरू कर दिए हैं. हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा ने इस फैसले को मुहावरेदार तंज कसते हुए 'आग लगने पर कुआं खोदने' जैसा बताया है.
'सरकार ने चमकी से नहीं लिया सबक'
हम प्रवक्ता विजय यादव ने कहा कि यह दुर्भाग्य की बात है कि राज्य में वो सरकार सत्तासीन है जिसने कई कठोर अनुभव के बाद भी सबक नहीं सीखा. वे बोले कि पिछले ही साल बिहार के दो सौ बच्चे चमकी की चपेट में आकर काल के गाल में समा गए. तब भी सरकार के पास न कोई रणनीति थी न कोई दुरुस्थ स्वास्थ्य व्यवस्था. चमकी का महीना फिर से आ रहा है, लेकिन अभी तक सरकार ने इसके लिए पहले से कोई तैयारी नहीं कर रखी है. वे बोले कि सभी ने अपनी-अपनी असफलता की ठीकरा लीची पर फोड़ दिया.
'सिस्टम कोरोना से लड़ने में अक्षम'
विजय यादव ने होटल को हॉस्पिटल बनाने पर कहा कि यह सरकार की नाकामी को दिखाता है. उनके अस्पताल और सिस्टम कोरोना से लड़ने में सक्षम नहीं हैं. इसलिए थ्री स्टार होटल को अस्पताल में तब्दील कर रहे हैं. उन्होंने बेरोजगारी का मुद्दा भी उठाते हुए कहा कि इस होटल के बंद होने से बहुत लोग बेरोजगार हो जाएंगे. पहले से लोग बेरोजगारी से जूझ रहे हैं और कई तरह की परेशानियों से घिरे हुए हैं. सरकार ऐसे फैसले लेकर अधिक समस्या खड़ी कर रही है.
15 सालों में नीतीश ने नहीं दिया बिहार को एक अच्छा अस्पताल- RJD
दूसरी तरफ आरजेडी नेता विजय प्रकाश ने जोरदार प्रहार करते हुए कहा कि नीतीश जिस सरकार को सुशासन की सरकार की तरह प्रोजेक्ट करते हैं, सच्चाई तो ये है कि वो सरकार 15 सालों में एक ढंग का अस्पताल तक नहीं बना पाई. बिहार में एक भी ऐसा सरकारी अस्पताल नहीं है जो सभी तमाम तरह की अनेक सुविधाओं से लैस हो और इस तरह की महामारी से लड़ने से सक्षम हो.
'नीतीश को माफ नहीं करेगा इतिहास'
उन्होंने कहा कि जब विपत्ति सिर पर आकर खड़ी होती है तब सरकार की नींद खुलती है. पहले से कोई तैयारी नहीं होती. सिर्फ दिखावे के लिए काम किया जा रहा है. इस बीमारी से निपटने के लिए सरकार के पास संसाधन की कमी आज भी दिख रही है. उन्होंने यह भी कहा कि इन गलतियों के लिए नीतीश कुमार को इतिहास माफ नहीं करेगा.
40 दिनों तक होटलनुमा हॉस्पिटल में रखे जाएंगे विदेशों से आए लोग
बता दें कि कोरोना वायरस के तेजी से फैलते संक्रमण को लेकर बिहार सरकार ज्यादा सावधानी बरत रही है. बिहार से सटी सभी अंतरराष्ट्रीय सीमाओं पर कड़ी नजर रखी जा रही है. साथ ही गया और पटना एयरपोर्ट पर विदेशी नागरिकों पर सरकार की पैनी नजर है. ऐसे में 7 देशों से बिहार आने वाले नागरिकों को सरकार 40 दिनों तक इसी होटल पाटलिपुत्र अशोक में आइसोलेशन वार्ड बना कर रखेगी.