पटना:मुसलमानों का वोटिंग राइट छीनने (Voting Rights of Muslims) और उन्हें दोयम दर्जे का नागरिक बताने वाले बीजेपी विधायक हरि भूषण ठाकुर (BJP MLA Hari Bhushan Thakur) के बयान पर बवाल मचा हुआ है. विधानसभा में हंगामे के बाद बिहार के विपक्षी विधायकों ने राजभवन मार्च किया (Bihar Opposition MLA March to Raj Bhavan) और राजभवन जाकर राज्यपाल को ज्ञापन सौंपा. राज्यपाल को ज्ञापन सौंपने के बाद बाहर निकलकर आरजेडी विधायक भाई वीरेंद्र ने कहा कि राजभवन ने हमारी बातों को गंभीरता से सुना है और उन्होंने आश्वासन भी दिया है कि कार्रवाई होगी. वहीं कांग्रेस विधायक शकील अहमद ने कहा कि जिस तरह का बयान बीजेपी के विधायक ने दिया है, निश्चित तौर पर उन पर कार्रवाई होनी चाहिए.
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वहीं, एआईएमआईएम विधायक अख्तरुल इमान (AIMIM MLA Akhtarul Iman) ने कहा कि हमलोगों ने अपनी बातों को महामहिम के पास रखा है. हमें कार्रवाई का आश्वासन भी मिला है. उन्होंने कहा कि जिस तरह का बयान बीजेपी विधायक ने दिया है, वह समाज को तोड़ने वाला है. सदन में लोकतंत्र की हत्या हो रही है और विधानसभा अध्यक्ष कुछ नहीं कर रहे हैं, यही कारण रहा है कि हम लोगों को राजभवन आकर अपनी बात कहनी पड़ी है. सदन में जब तक बीजेपी विधायक माफी नहीं मांगते हैं, तब तक हम लोग सदन को नहीं चलने देंगे.
वहीं सीपीआई माले विधायक सुदामा प्रसाद ने कहा कि किस तरह की राजनीति भारतीय जनता पार्टी बिहार में कर रही है, वह साफ-साफ दिख रही है. उन्होंने कहा कि जिस तरह से मॉब लिंचिंग की घटनाएं बढ़ रही हैं, इसको लेकर हमलोग सदन के वेल में भी गए थे. मुख्यमंत्री भी बैठे थे और हमने कार्रवाई की मांग की लेकिन मुख्यमंत्री मुस्कुरा रहे थे. आप खुद समझ लीजिए कि भारतीय जनता पार्टी के साथ मिलकर मुख्यमंत्री बिहार में क्या करवाना चाहते हैं.