बक्सरः चौसा प्रखंड के महादेवा गंगा घाट पर सैकड़ों शवमिलने के बाद यह तो साफ हो गया है कि ये मृत शरीर उत्तर प्रदेश से बहकर बिहार आ रहे हैं. वहीं, इसे लेकर जो सवाल उठ रहे थे कि आखिर किसके इशारे पर इन शवों को बिहार की ओर फेंका जा रहा है? अब इसका खुलासा हो गया है.
गूगल लोकेशन के आधार और शव फेंकते व्यक्ति की निशानदेही पर यह खुलासा हुआ है कि उत्तर प्रदेश सरकार के इशारे पर ही शवों को बिहार की सीमा में फेंका जा रहा है.
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कैसे हुआ खुलासा?
गंगा नदी में शवों का अंबार मिलने के बाद काफी पड़ताल की गयी. जिसमें यह पाया गया कि उत्तर प्रदेश के प्रशासनिक महकमे के आदेश पर ही शवों को बिहार की सीमा में फेंका जाता है. यूपी के बारे थाने की पुलिस के आदेश पर बीच गंगा नदी में शवों को प्रवाहित करते व्यक्ति ने बताया कि देर रात वह छह शवों को बिहार की सीमा में प्रवाहित कर चुका है.
इस खुलासे के बाद बक्सर जिला प्रशासन को बल मिला है. शवों के अंतिम संस्कार से लेकर गंगा को प्रदूषित करने के मामले में यूपी सरकार की पोल खुल गई है. हांलाकि अभी तक यूपी सरकार की ओर से इस पर किसी तरह का बयान नहीं आया है. आपको बता दें कि बारे उत्तर प्रदेश के गाजीपुर जिले में स्थित है.
इस मामले का खुलासा तब हुआ जब रात के अंधेरे में नदी में लाशें फेंक रहे व्यक्ति ने खुद ये बातें बताईं. उसने बताया कि चौकी वालों के कहने पर शवों को फेंक रहा है. उसने जो कहा, वह वास्तव में चौंकाने वाला है...
"मेरा नाम बिहार साव है. बाप का नाम देहाड़ी है. साहब...चौकी वालों के कहने पर हम लाशें फेंक रहे हैं. अभी तक 6 लाशें नदी में फेंक चुके हैं. अभी और भी लाशें फेंकनी हैं."- बिहारी साव, गंगा में शव फेंक रहा व्यक्ति
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क्या है मामला
बक्सर, बलिया, गाजीपुर के गंगा घाटों पर लगातार शवों का अंबार मिल रहा है. उत्तर प्रदेश के गाजीपुर जिले के बाद अब उत्तर प्रदेश के ही बलिया जिला अंतर्गत नरही थाना क्षेत्र स्थित सुहाव ब्लॉक के 60 के डेरा गंगा घाट पर लगभग एक दर्जन शव मिला हैं. वहीं, एक दिन पहले बक्सर में यानि सोमवार को महादेव घाट पर 4 दर्जन से अधिक लाशें एक किलोमीटर के दायरे में बिखरी पड़ी हुई मिली थीं. इनमें से कई लाशों को कुत्ते नोचकर रहे थे. संदेह जताया जा रहा है कि जिन लोगों की कोरोना के कारण घर में ही मौत हो गई थी, उन्हें परिजनों ने गंगा किनारे फेंक दिया.