पटना:26 नवंबर को बिहार नशा मुक्ति दिवस (Bihar Drug Addiction Day 2021) के रूप में मनाया जाता है. इस अवसर पर बिहार सरकार द्वारा सभी विभागों में मद्यपान नहीं करने को लेकर शपथ (Liquor Ban Oath In Patna ) दिलाई गई. आज सुबह 11:00 बजे राज्य के सभी कर्मियों ने शराब नहीं पीने और किसी दूसरे को भी नहीं पीने देने की शपथ ली.
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राजधानी पटना के पुलिस मुख्यालय (Oath Taken In Police Headquarters) परिसर में पुलिस कर्मियों के साथ साथ आला पुलिस अधिकारियों ने भी शपथ ली है. शपथ कार्यक्रम (Bihar Sharab Bandi Shapath) में बिहार के डीजीपी संजीव कुमार सिंघल, एडीजी पुलिस मुख्यालय जितेंद्र सिंह गंगवार समेत बिहार के आला अधिकारी मौजूद रहे. हालांकि यह कोई पहली बार नहीं है कि पुलिस मुख्यालय में आलाधिकारियों को शपथ दिलाई गई हो, इससे पहले भी पुलिस मुख्यालय में पुलिस कर्मियों को शराबबंदी के समर्थन में शपथ दिलवाई जा चुकी है.
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शपथ ग्रहण समारोह के बाद बिहार के डीजीपी संजीव कुमार सिंघल ने कहा कि शराबबंदी के कारण कुछ लोग ड्रग्स की ओर बढ़ रहे हैं जिसका परिणाम गलत हो सकता है. ऐसे में पुलिस नशा मुक्ति के लिए भी कटिबद्ध है. इसके रोकथाम के लिए पुलिस कर्मियों को अपना दायित्व निभाना पड़ेगा.
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"कानून को लागू करने के लिए विभाग का एक-एक कर्मी कटिबद्ध है. शराबबंदी लागू करने से उसके सकारात्मक परिणाम समाज में नजर आ रहे हैं. इसे हर हाल में लागू किया जाएगा. अगर शराब के किसी भी मामले में किसी भी पुलिस कर्मी की संलिप्तता की बात सामने आती है, तो उसे तुरंत सेवा से निकाल दिया जाएगा.-" संजीव कुमार सिंघल, डीजीपी, बिहार
राज्य सरकार द्वारा मुख्य कार्यक्रम ज्ञान भवन में आयोजित किया गया है. यहां पर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, उपमुख्यमंत्री एवं अन्य मंत्री समिति सरकार के आला अधिकारी मौजूद हैं. आपको बता दें कि राज्य कर्मियों में मद्य निषेध के प्रति चेतना जागृत करने के लिए शुक्रवार यानी कि आज 26 नवंबर को नशा मुक्ति दिवस पर राज्यव्यापी शपथ ग्रहण कार्यक्रम (Police Taken Oath In Patna ) का आयोजन किया गया है.
बता दें कि बिहार में 5 अप्रैल 2016 से पूर्ण शराबबंदी है, इसके बावजूद भी जहरीली शराब पीने से सैकड़ों लोगों की मौत हो चुकी है. जिन पुलिस कर्मियों के कंधे पर शराबबंदी कानून (Bihar Liquor Ban Law ) को लागू करवाने की जिम्मेदारी है, उनमें से कुछ पुलिस कर्मी के ही मिलीभगत से राज्य में शराबबंदी कानून फेल हो रहा है. पुलिस मुख्यालय के आंकड़े के मुताबिक शराबबंदी कानून में संलिप्त पाए गए करीबन 700 से अधिक पुलिस कर्मियों पर कार्रवाई भी हो चुकी है.
यह कोई पहली बार नहीं है कि राज्य कर्मियों को शपथ दिलाई जा रही है. इससे पहले भी कई बार पुलिस कर्मियों के साथ ही अन्य विभागों के कर्मियों को शपथ दिलाई गई है. राजधानी पटना के ज्ञान भवन में मुख्य समारोह में मद्य निषेध के क्षेत्र में बेहतर कार्य करने वाले मद्य निषेध और पुलिस विभाग के 25-25 कर्मियों को पुरस्कृत करते हुए लैपटॉप से लेकर मोबाइल तक राज्य सरकार की ओर से गिफ्ट के रूप में दिया जा रहा है. इसके अलावे अच्छा कार्य करने वाले डीएम और एसपी को भी सम्मानित कर प्रोत्साहित किया जा रहा है.
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