पटना:गंगा और पुनपुननदी के जलस्तर (Water Level) में लगातार हो रही वृद्धि की वजह से राजधानी में भी बाढ़ का खतरा (Flood) मंडराने लगा है. नदी का पानी शहर में प्रवेश न करे. इसके लिए नगर निगम प्रशासन (Patna Municipal Corporation) पूरी तरह से मुस्तैद है. जितने भी नाले का पानी गंगा और पुनपुन में गिरता है, उन नालों के मुख्य गेट को बंद कर दिया गया है. साथ ही पानी निकालने के लिए एयर लिफ्ट का सहारा लिया गया है.
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शहर के पानी को निकालने के लिए नगर निगम की तरफ से 9 बड़े नालों का निर्माण किया गया है. साथ ही सैकड़ों छोटे नालों के निर्माण करवाए गए हैं, ताकि शहर का पानी निकाला जा सके. शहर के सभी नाले का पानी गंगा नदी और पुनपुन नदी के माध्यम से निकाला जाता है, लेकिन बरसात के समय नदी का जलस्तर जैसे ही बढ़ता है वैसे ही शहर में बाढ़ का खतरा मंडराने लगता है.
हालांकि निगम प्रशासन की तरफ से सभी 9 बड़े नाले, जो पुनपुन नदी और गंगा नदी में गिरते हैं. उन नालों मेंं मुख्य गेट लगाए गए हैं, ताकि नदी का जलस्तर बढ़ने के बाद उस मुख्य गेट को बंद कर दिया जाए. गंगा नदी और पुनपुन नदी के जलस्तर में वृद्धि हो रही है, जिसकी वजह से पटना शहर के निचले इलाके में जलजमाव हो गए हैं. वहीं शहर में जलजमाव न हो इसके लिए नाले में बने मुख्य गेट को बंद कर दिया गया है.
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इसके साथ ही शहर के पानी को एअरलिफ्ट के माध्यम से निकाला जा रहा है. शहर में बने संप हाउस के द्वारा पानी निकालने में लगे संप चालक लगातार पानी निकालने के लिए लगे हुए हैं. संपचालक का कहना है कि शहर के पानी को निकालने के लिए लगातार पंप सेट को चालू रखा गया है, ताकि शहर में जलजमाव न हो सके.
वहीं, गंगा नदी और पुनपुन नदी के जलस्तर में हुई वृद्धि को लेकर पटना नगर निगम के नगर आयुक्त हिमांशु शर्मा ने बताया कि नदी का जलस्तर बढ़ने से शहर में पानी ना आए, इसके लिए सभी नालों के गेट को बंद कर दिया गया है. साथ ही पानी निकालने के लिए एयर लिफ्ट का सहारा लिया गया है. मोटर पंप के माध्यम से भी पानी निकाला जा रहा है. साथ ही उन्होंने कहा कि जब भी बारिश होगी तो शहर में जल जमाव ना हो, इसके लिए भी निगम प्रशासन के कर्मचारी लगातार कार्य कर रहे हैं. तमाम मोटर पंप हमेशा चालू रहे, इसकी भी मॉनिटरिंग की जा रही है.