पटना: बिहार सरकार के पूर्व मंत्री वीआईपी चीफ मुकेश सहनी ने कहा कि उनकी हमेशा से देवी-देवताओं पर आस्था रही है और आगे भी रहेगी. उन्होंने कहा कि राम मंदिर का निर्माण हम सब के लिए खुशी की बात है लेकिन जिस तरह से आधे-अधूरे मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा की जा रही है, वह ठीक नहीं है. वहीं राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में चारों शंकराचार्य के नहीं आने के निर्णय को लेकर उन्होंने राम मंदिर के कर्ता-धर्ता को कठघरे में खड़ा करते हुए कहा कि श्रीराम जन्मभूमि ट्रस्ट और बाकी लोगों को यह सोचना चाहिए कि इस कार्यक्रम में शंकराचार्य क्यों नहीं आ रहे हैं?
राम मंदिर के कर्ता-धर्ता को सोचना चाहिए: मुकेश सहनी ने कहा कि टीवी पर चर्चा कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी, राहुल गांधी और मल्लिकार्जुन खरगे समेत अन्य विपक्षी नेताओं के प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में नहीं जाने की हो रही हैं, लेकिन यह बहस क्यों नहीं हो रही है कि उस कार्यक्रम में शंकराचार्य क्यों नहीं जा रहे हैं? अपनी गिरेबां में सबको झांकने की जरूरत है.
अधूरे मंदिर निर्माण पर सवाल: विकासशील इंसान पार्टी के अध्यक्ष ने कहा कि घर में गृह प्रवेश भी पूरी तरह निर्माण कार्य पूरा होने के बाद किया जाता है, लेकिन कहा जा रहा है कि अभी राम मंदिर निर्माण कार्य पूरा भी नहीं हुआ है और प्राण प्रतिष्ठा हो रही है. उन्होंने कहा कि अब यह समझने की चीज है कि वे प्रभु को लाना चाहते हैं या राजनीति करना चाहते हैं.
"मैं आस्था के साथ रहा हूं और आगे भी रहूंगा. 22 जनवरी को अयोध्या में आयोजित राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह में विपक्षी नेताओं के नहीं जाने पर टीवी पर चर्चा हो रही है लेकिन इस बात की चर्चा क्यों नहीं हो रही है कि चारों शंकराचार्य भी नहीं जा रहे हैं. मैं मानता हूं कि राम मंदिर के कर्ता-धर्ता को सोचना चाहिए कि प्राणप्रतिष्ठा कार्यक्रम में शंकराचार्य क्यों नहीं आ रहे हैं?"- मुकेश सहनी, राष्ट्रीय अध्यक्ष, विकासशील इंसान पार्टी
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