पटना:बिहार में पिछले कई हफ्तों से मौसम की स्थिति लगातार शुष्क बनी हुई थी. अधिकतम तापमान में भी लगातार बढ़ोतरी दर्ज की जा रही थी, इस वजह से गर्मी का आभास काफी अधिक हो रहा था. हालांकि चक्रवाती तूफान तौकते के प्रभाव के कारण बिहार में कई स्थानों पर हल्की बारिश हुई और अधिकांश हिस्सों में बादल भी छाए रहे. लेकिन एक बार फिर से राज्य में गर्मी बढ़ गई है.
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फिलहाल बिहारवासियों को गर्मी से इस महीने राहत नहीं मिलने वाली है. हल्की बरसात शुरू होने के कारण मानसूनका इंतजार सभी को है. प्री मानसून चल रहा है फिर भी राज्य में तापमान का पारा 40 से 42 डिग्री के आसपास दर्ज किया जा रहा है.
भारत में मॉनसून की शुरुआत केरल से होगी
मौसम विभाग से मिली जानकारी के अनुसार, भारत में मानसून की शुरुआत केरल से होगी. 31 मई या 1 जून से मानसून के शुरू होने का पूर्वानुमान है. वहीं, मौसम वैज्ञानिक ने बताया कि बिहार में मानसून कब तक आएगा, इसका सटीक पूर्वानुमान 31 मई या फिर 1 जून को लगाया जा सकेगा. साथ ही उन्होंने बताया कि प्री मानसून में अब तक लगभग 21 प्रतिशत अधिक बारिश दर्ज की गई है.
14 से 19 जून के बीच हो सकती है मानसून की एंट्री
बता दें कि मिली जानकारी के अनुसार इस वर्ष बिहार में मानसून की एंट्रीजून महीने के दूसरे या तीसरे सप्ताह में यानी कि 14 से 19 जून के बीच हो सकती है. हालांकि मानसून बिहार में कब दस्तक देगी इसका सटीक पूर्वानुमान जून के पहले हफ्ते में लगाया जाएगा.
बिहार में तय समय पर मानसून की एंट्री मॉनसून के कमजोर होने की संभावना
बताया जा रहा है कि इस वर्ष मानसून अपने सामान्य समय में आने का पूर्वानुमान है. साथ ही इस वर्ष मानसून सामान्य या हर वर्ष से थोड़ा कमजोर होने की संभावना है. देश के बाकी हिस्सों की तुलना में बिहार में इस बार मानसून की बारिश में कुछ कमी दर्ज की जाने की संभावना है.
10 से 12 जून के आसपास मानसून की एंट्री
पिछले 2 या 3 वर्षों में सामान्य तौर पर मानसून बिहार में 10 से 12 जून के आसपास एंट्री करता है. पिछले साल मानसून ने बिहार में 13 जून को एंट्री की थी. मानसून के बिहार में एंट्री होने के बाद पूरे बिहार में प्रबल होने में 3 से 4 दिन लगते हैं.