पटना:बिहार केपथ निर्माण मंत्री नितिन नवीन (Bihar Minister Nitin Navin)ने विभाग के अपर मुख्य सचिव (Additional Chief Secretary Pratayay Amrit) प्रत्यय अमृत की उपस्थिति में इंडो नेपाल बॉर्डर सड़क की प्रगति की समीक्षा की. यह सड़क बेतिया में यूपी बॉर्डर के साथ किशनगंज से पश्चिम बंगाल बॉर्डर तक जाती है. यह सामरिक दृष्टिकोण से अत्यंत ही महत्वपूर्ण है. इस पथ की कुल लम्बाई 552 किमी है. जिसमें 184 किमी पथांश में बिटुमिनस का कार्य हो चुका है. उसके बाद 400 किमी में मिट़टी भराई का कार्य किया जा चुका है. पथ निर्माण मंत्री ने इस पथ को दिसम्बर 2022 तक पूर्ण करने का लक्ष्य पथ निर्माण विभाग के पदाधिकारियों को दिया है. उन्होंने बताया कि इस पथ के निर्माण हेतु केन्द्र सरकार से शेष राशि की मांग की गई है.
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इसके बाद पथ निर्माण मंत्री नितिन नवीन ने के अधिकारियों तथा राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के पदाधिकारियों के साथ भी संयुक्त बैठक की, जिसमें भूमि अधिग्रहण से संबंधित विषयों पर चर्चा हुई. मंत्री की उपस्थित में पदाधिकारियों के साथ तीन सड़क परियोजनाओं के लिए भूमि अधिग्रहण पर विशेष रूप से चर्चा की. जिसमें मुंगेर से भागलपुर ग्रीन फिल्ड राष्ट्रीय उच्च पथ, आमस से दरभंगा पथ के गया जिले के पथांश के भूमि अधिग्रहण तथा पटना जिलान्तर्गत एन.एच.-30, एन.एच.-83 पर विशेष रूप से चर्चा की. मुंगेर भागपुर ग्रीनफिल्ड राष्ट्रीय उच्च पथ के अधिगृहित भूमि के मुआवजा भुगतान में तेजी लाने का निर्देश दिया है. वहीं आमस दरभंगा राष्ट्रीय उच्च पथ के गया जिले में अधिगृहित भूमि के मुआवजा भुगतान में तेजी आने का निदेश दिया है. पथ निर्माण मंत्री नवीन ने बताया कि इस माह के अंत तक 70 प्रतिशत मुआवजा भुगतान करने का लक्ष्य निर्धारित किया है.