पटना:अग्निपथ योजना के खिलाफ (Agneepath Protest In Bihar) बुधवार को महागठबंधन राजभवन मार्च (Mahagatbandhan Raj Bhawan March) करेगा. इसको लेकर बिहार में सियासत जारी है. बिहार सरकार के पथ निर्माण मंत्री नितिन नवीन ने कहा है कि राष्ट्रीय जनता दल को अग्निपथ योजना से कोई लेना-देना नहीं है. सिर्फ और सिर्फ राजनीति करने के लिए इस तरह के बयान उनके नेता देते हैं.
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नितिन नवीन का आरजेडी पर हमला: नितिन नवीन ने कहा कि जो आदमी अग्निपथ को नहीं समझ रहा है. वह सड़क पर ही धरना आंदोलन करेंगे और युवाओं को भड़काने का काम करेंगे. बिहार के युवा उनके झांसे में नहीं आने वाले हैं. उन्होंने कहा कि बिहार की युवा जानते हैं कि जो आदमी नौकरी देकर जमीन लिखवाने का काम करता था वह उनके लिए क्या कर सकता है?
"जिनके शासन काल में शिक्षा स्वास्थ्य से लेकर सारी व्यवस्था चौपट हो गई थी आज वह छात्र के भविष्य की चिंता करते हैं. शिक्षा का स्तर क्या था यह सब लोग जानते हैं. यहां तक कि अपने घर के लोगों को भी वह शिक्षित नहीं कर पाए. आज छात्र और युवाओं के भविष्य के बारे में चर्चा करते हैं. यह बेहद हास्यास्पद बातें हैं और इस तरह की राजनीति करने से उन्हें कुछ हासिल होने वाला भी नहीं है."-नितिन नवीन, पथ निर्माण मंत्री, बिहार
'अग्निपथ योजना के साथ हैं युवा': नितिन नवीन ने साफ-साफ कहा कि अग्निपथ योजना जो सेना में भर्ती के लिए बनाई गई है बिहार के युवा उस योजना के साथ हैं. साथ ही जब उनसे सवाल किया गया कि जदयू के 2 बड़े नेता लगातार ट्वीट कर अग्निपथ योजना का विरोध कर रहे हैं तो उन्होंने कहा कि जो आदमी ट्वीट कर रहे हैं जो कुछ बातें कर रहे हैं निश्चित तौर पर उन्हें मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को ध्यान में रखकर इस तरह की बातें या ट्वीट करनी चाहिए थी.
22 जून को राजद का राजभवन मार्च :'अग्निपथ' को लेकर विपक्ष काफी आक्रामक दिख रहा है. तेजस्वी यादव रविवार को ट्वीट कर कहा, ''युवाओं को नौकरी एवं अग्निपथ योजना की वापसी की मांग को लेकर 22 जून, सुबह 9 बजे महागठबंधन के सभी माननीय विधायक विधानसभा से लेकर राजभवन तक पैदल मार्च करेंगे. केंद्र सरकार द्वारा बिना सोचे समझे लाई गयी योजनाएँ Take off से पहले ही Crash हो जाती है. ऐसी योजनाओं की अकाल मृत्यु हो जाती है लेकिन BJP के लोग आखिर तक फालतू में इनका Hip-Hip Hurray..करते रहते हैं और बाद में योजना वापस ले लेते हैं.''
क्या है अग्निपथ योजना: भारत सरकार द्वारा जिस अग्निपथ योजना की शुरुआत की गई है. उसमें बहाली के प्रथम वर्ष में 21 हजार रुपये वेतन के रूप में भारत सरकार के द्वारा प्रत्येक महीने भुगतान किया जाएगा. दूसरे वर्ष वेतन में वृद्धि कर 23 हजार 100 रुपये प्रत्येक महीने दिया जाएगा और तीसरे महीने 25 हजार 580 एवं चौथे वर्ष में 28 हजार रुपये वेतन के रूप में भुगतान करने के साथ ही उन युवाओं को रिटायर्ड कर दिया जाएगा. लेकिन इस योजना को लेकर बिहार में चारों तरफ हंगामा बरपा है. वहीं, गुरुवार को केंद्र सरकार ने अग्निपथ योजना के विरोध के बीच अभ्यर्थियों की आयु सीमा को 21 से बढ़ाकर 23 साल कर दी है. ये स्पष्ट किया गया है कि ये छूट सिर्फ इस साल सेना में भर्ती के लिए किया गया है. बता दें कि अग्निपथ योजना के तहत सेना में भर्ती के लिए सरकार ने साढ़े 17 साल से लेकर 21 साल की आयु निर्धारित की थी.
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