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श्रम संसाधन विभाग को है विदेश जाने वाले बिहारी मजदूरों की चिंता, 'समुद्र पार योजना' होगी पुनर्जीवित

विदेश जाने की इच्छा रखने वाले बिहार के मजदूरों (Training For Abroad Going Laborer) और अन्य नौकरी पेशा लोगों के लिए बिहार सरकार के श्रम संसाधन विभाग ने एक रोड मैप तैयार किया है. जिसके तहत बाहर जाने से पहले उनको पूरी ट्रेनिंग दी जाएगी. पढ़ें पूरी खबर....

मंत्री जीवेश मिश्रा
मंत्री जीवेश मिश्रा

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Published : Feb 10, 2022, 4:47 PM IST

पटनाःविदेशों में काम करने के लिए जाने वाले युवा अक्सर वहां जाकर फंस जाते हैं. बिहार में भी इस तरह के कई मामले सामने आए हैं. अब विदेशों में काम के लिए जाने वाले लोगों की पहले पटना में काउंसलिंग होगी. जिससे उन्हें मुंबई में जाकर एजेंटों के हाथों फंसने की नौबत नहीं आयेगी. बिहार के श्रम संसाधनविभाग ने सरकार की 'समुद्र पार योजना' (Samudr Paar Yojana) को पुनर्जीवित करते हुए एक रोड मैप तैयार किया. जिसके तहत युवाओं को बताया जायेगा कि किस देश में किस शैक्षणिक स्तर के युवा को कौन-सी नौकरी में अवसर मिलेगा. ईटीवी भारत से बात करते हुए श्रम संसाधन मंत्री जीवेश मिश्रा(Minister Jivesh Mishra) ने इसकी पूरी जानकारी दी.

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जीवेश मिश्रा ने कहा कि एक रोडमैप तैयार किया जा रहा है, जिसके तहत विदेश जाने वाले मजदूरों को ट्रेनिंग दी जाएगी. कई जिलों में विभाग की तरफ से ट्रेनिंग दी जा रही है और आने वाले समय में 'समुद्र पार योजना' के तहत विभाग उन तमाम मजदूरों का डाटा रखेगा, जो कि विदेशों में काम करते हैं. साथ ही साथ विभाग के द्वारा एक टोल फ्री नंबर भी जारी किया जाएगा, जो लोग विदेशों में काम करते हैं और अगर उन्हें किसी प्रकार की वहां पर कोई परेशानी होती है तो निसंकोच होकर वो टोल फ्री नंबर पर कॉल कर सकेंगे. श्रम संसाधन विभाग की तरफ उनको हर संभव मदद दी जाएगी.

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'श्रम संसाधन विभाग की तरफ से बाहर जाने वाले युवाओं को हर संभव मदद की जाएगी. ट्रेनिंग में मजदूरों को जिस देश में जाना है वहां के नियम कानून बताए जाएंगे. साथ ही जिस काम के लिए मजदूर जा रहे हैं, उसके बारे में श्रम संसाधन विभाग पूरी जानकारी प्राप्त कर मजदूरों को भेजेगा. इसके लिए विभाग केंद्र की सरकार से समन्वय बनाकर एक सरकारी नोडल एजेंसी बनाएगा. जो विदेश जाने वाले मजदूरों की देख रेख करेंगी'- जीवेश मिश्रा, श्रम संसाधन मंत्री

मंत्री ने साफ तौर पर कहा कि हमारे यहां से चिन्हित कर भेजे गए मजदूरों के साथ अगर किसी प्रकार का हादसा कोई परेसानी होती है तो उसकी पूरी चिंता श्रम संसाधन विभाग करेगी. हमारा मकसद सिर्फ विदेशों में रहने वाले मजदूरों की चिंता करना नहीं है बल्कि उन को रोजगार किस तरह से मुहैया कराएं, विभाग इस पर भी सोच कर रहा है. हमारे प्रदेश के जितने भी कुशल श्रमिक हैं, उनके लिए विदेशों से रोजगार लाने का काम करेंगे. उन्होंने कहा कि बहुत जल्द ही इसके सकारात्मक परिणाम दिखने लगेंगे.

जीवेश मिश्रा ने कहा कि विभाग ने अपने स्तर से इस पूरी योजना पर काम करना शुरू कर दिया है. आने वाले समय में एक पोर्टल भी बनाया जाएगा. जिस पर उन तमाम विदेशों में रहने वाले बिहारी मजदूरों का रजिस्ट्रेशन रहेगा. साथ ही टोल फ्री नंबर जारी किया जाएगा, जिससे किसी भी परिस्थिति में टोल फ्री नंबर पर मजदूर कॉल कर मदद की मांग सकते हैं.

दरअसल, हाल ही में जीवेश मिश्रा के जाले विधानसभा के रहने वाले अनवर मियां को अधिक पैसा का लालच देकर विदेश ले जाया गया था. लेकिन वहां पैसा देने से मना कर दिया गया, फिर परिजनों ने श्रम संसाधन विभाग के मंत्री जीवेश मिश्रा से बात की. मंत्री ने केंद्र की सरकार से बातचीत कर अनवर मियां से संपर्क साधा और उनको यहां लाने में मदद की. इस घटना से प्रभावित होकर जीवेश मिश्रा ने एक रोड मैप तैयार किया है, जिस पर जल्द ही पूरी तरह से काम शुरू हो जाएगा. कई जिलों में विभाग ने इसकी पहल भी की है.

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