पटनाःविदेशों में काम करने के लिए जाने वाले युवा अक्सर वहां जाकर फंस जाते हैं. बिहार में भी इस तरह के कई मामले सामने आए हैं. अब विदेशों में काम के लिए जाने वाले लोगों की पहले पटना में काउंसलिंग होगी. जिससे उन्हें मुंबई में जाकर एजेंटों के हाथों फंसने की नौबत नहीं आयेगी. बिहार के श्रम संसाधनविभाग ने सरकार की 'समुद्र पार योजना' (Samudr Paar Yojana) को पुनर्जीवित करते हुए एक रोड मैप तैयार किया. जिसके तहत युवाओं को बताया जायेगा कि किस देश में किस शैक्षणिक स्तर के युवा को कौन-सी नौकरी में अवसर मिलेगा. ईटीवी भारत से बात करते हुए श्रम संसाधन मंत्री जीवेश मिश्रा(Minister Jivesh Mishra) ने इसकी पूरी जानकारी दी.
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जीवेश मिश्रा ने कहा कि एक रोडमैप तैयार किया जा रहा है, जिसके तहत विदेश जाने वाले मजदूरों को ट्रेनिंग दी जाएगी. कई जिलों में विभाग की तरफ से ट्रेनिंग दी जा रही है और आने वाले समय में 'समुद्र पार योजना' के तहत विभाग उन तमाम मजदूरों का डाटा रखेगा, जो कि विदेशों में काम करते हैं. साथ ही साथ विभाग के द्वारा एक टोल फ्री नंबर भी जारी किया जाएगा, जो लोग विदेशों में काम करते हैं और अगर उन्हें किसी प्रकार की वहां पर कोई परेशानी होती है तो निसंकोच होकर वो टोल फ्री नंबर पर कॉल कर सकेंगे. श्रम संसाधन विभाग की तरफ उनको हर संभव मदद दी जाएगी.
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'श्रम संसाधन विभाग की तरफ से बाहर जाने वाले युवाओं को हर संभव मदद की जाएगी. ट्रेनिंग में मजदूरों को जिस देश में जाना है वहां के नियम कानून बताए जाएंगे. साथ ही जिस काम के लिए मजदूर जा रहे हैं, उसके बारे में श्रम संसाधन विभाग पूरी जानकारी प्राप्त कर मजदूरों को भेजेगा. इसके लिए विभाग केंद्र की सरकार से समन्वय बनाकर एक सरकारी नोडल एजेंसी बनाएगा. जो विदेश जाने वाले मजदूरों की देख रेख करेंगी'- जीवेश मिश्रा, श्रम संसाधन मंत्री