बिहार

bihar

ETV Bharat / state

महाराष्ट्र से अपने घर को लौट रहे प्रवासी मजदूर, स्टेशन पर की गई कोरोना जांच की व्यवस्था - कोरोना संक्रमण का कहर जारी

लॉकडाउन के डर से आंखों में बेबसी और हालात से मजबूर प्रवासी मजदूर अपने गांव वापस लौटने लगे हैं. महाराष्ट्र में लॉकडाउन के बाद काफी प्रवासी मजदूर अपने-अपने घर लौटे. ऐसे में पटना रेलवे स्टेशन पर महाराष्ट्र से आने वाले सभी प्रवासियों की कोरोना जांच की जा रही है.

PATNA
महाराष्ट्र से अपने घर को लौट रहे प्रवासी मजदूर

By

Published : May 15, 2021, 8:03 PM IST

पटना:कोरोना के बढ़ते मामलों ने प्रवासी मजदूरों के मन में भय की स्थिति पैदा की है. रोजगार के अभाव में दोबारा दिल्ली और मुंबई गए मजदूर, कोरोना के दूसरी लहर के बीच लॉकडाउन लगने से काम नहीं मिलने के कारण घर वापसी कर रहे हैं.

यह भी पढ़ें:महाराष्ट्र में लॉकडाउन के बाद घर लौट रहे प्रवासी श्रमिक, स्टेशन पर की गई कोरोना जांच की व्यवस्था

एकबार फिर छिन गया रोजगार
मुंबई से एक स्पेशल ट्रेन जब पटना जंक्शन पहुंची. प्लेटफॉर्म नंबर 1 पर लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी. इस ट्रेन से काफी संख्या में मजदूर वापस बिहार लौटे. प्रवासी ने बताया कि मुंबई में कोरोना संक्रमण से हालात काफी खराब हैं, उनका रोजगार ठप हो गया है. ऐसे में उनके पास मुंबई में रहकर जीवन-यापन करना मुश्किल हो गया था. इस वजह से वापस अपने प्रदेश लौट आए हैं.

स्टेशन पर की गई कोरोना जांच की व्यवस्था

यह भी पढ़ें:कोरोना काल में बिहार लौट रहे प्रवासी, कहा- यहां नहीं है रोजगार, फिर जाएंगे वापस

क्यों लौट रहे लोग ?
मुंबई में लॉकडाउन की अवधि बढ़ा दी गई है. ज्यादातर लोग काम धंधा मंदा या बंद हो जाने के कारण साथ ही पूर्ण लॉकडाउन के खौफ से वापस घर आ रहे हैं. ईटीवी भारत से बातचीत के दौरान कई मजदूर ऐसे थे जो कपड़ा फैक्ट्री में काम करने वाले थे और उनका कहना था कि कंपनी बंद होने के कगार पर आ गई है और उन्हें वहां से कह दिया गया है कि जब कंपनी सुचारू रूप से शुरू नहीं होगी उनको सैलरी नहीं दी जाएगी. ऐसे में वापस अपने प्रदेश लौटना ही उनके पास एकमात्र विकल्प बचा था.

बड़ी संख्या में लौट रहे प्रवासी
लोगों ने बताया कि बिहार में भी भले ही कोरोना के हालात खराब है मगर यहां उनका अपना घर है और किसी प्रकार से गुजर-बसर कर लेंगे. मगर बिना पैसे के मुंबई में रह पाना मुश्किल हो गया था. यात्रियों के चेहरे पर रोजगार खोने का दर्द साफ झलक रहा था. ऐसे में जब पटना जंक्शन पर यात्री पहुंचे तो रेलवे प्रबंधन द्वारा उन्हें कतार बद्ध खड़ा कर सभी का एंटीजन कीट के माध्यम से कोरोना का जांच किए गए.

बिहार लौट रहे मजदूर
बता दें कि लगातार बिहार में भी कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या में वृद्धि हो रही है. ऐसे में जितने भी श्रमिक बिहार लौट रहे हैं, उनका कहना है कि पिछले साल लॉकडाउन लगने के बाद जो परेशानियों का सामना करना पड़ा था, उस परेशानियों का सामना इस साल भी नहीं करना पड़े, इसलिए वह अपने काम को छोड़कर पहले ही घर पहुंच रहे हैं. वहीं, पटना जंक्शन पर जिला स्वास्थ्य समिति की ओर से कोरोना जांच के 10 काउंटर बनाये गये हैं.

प्रवासी मजदूरों की होगी मैपिंग
बता दें कि महाराष्ट्र सहित अन्य प्रदेशों में कोरोनावायरस संक्रमण के रिकॉर्ड मामले आने और कई बंदिशों के बीच वहां रह रहे बिहार के लोग बड़ी संख्या में वापस आने लगे हैं. इन लोगों के वापस आने के लिए रेलवे द्वारा जहां विशेष ट्रेनें चलाई जा रही हैं, वहीं आ रहे मजदूरों के रोजगार के लिए बिहार सरकार को अब चिंता सताने लगी है. इसको लेकर प्रवासी मजदूरों की मैपिंग भी की जा रही है.

यह भी पढ़ें: मैनेजमेंट फेल है... सब लापरवाह हैं... कोरोना से नहीं, साहब को कैमरे से लगता है डर!

यह भी पढ़ें; कोरोना इफेक्टः RJD दफ्तर अनिश्चितकाल के लिए बंद, जिलावार प्रशिक्षण शिविर भी स्थगित

यह भी पढ़ें: लॉकडाउन की आहट! दिल्ली-महाराष्ट्र से अपने घर को लौट रहे प्रवासी मजदूर

यह भी पढ़ें:पटना जंक्शन पर कोरोना जांच में आयी तेजी, 18 संक्रमितों को भेजा गया आइसोलेशन सेंटर

ABOUT THE AUTHOR

...view details