पटना: बिहार में एक्यूट इन्सेफेलाइटिस सिंड्रोम यानी एईएस से होने वाली मौतों का आंकड़ा लगातार बढ़ता जा रहा है. आंकड़ों के मुताबिक बिहार में अब तक 157 बच्चों की मौत हो चुकी है. इस बीच नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव गायब चल रहे हैं.
तेजस्वी यादव को लेकर रघुवंश प्रसाद सिंह ने कहा है कि 'मुझे नहीं पता कि वह कहां है, शायद वह वर्ल्ड कप देखने गए हैं, हालांकि यह मैं पुख्ता तौर पर नहीं कह सकता.' आरजेडी नेता ने कहा कि यह मेरा अनुमान है कि वर्ल्ड कप चल रहा है तो हो सकता है कि वह मैच देखने गए हों.'
राजद उपाध्यक्ष रघुवंश प्रसाद सिंह चमकी ने ली 9 और बच्चों की जान, आंकड़ा पहुंचा 157
मुजफ्फरपुर व आसपास के जिलों में चमकी बुखार से 18 वें दिन मंगलवार की सुबह से देर रात तक नौ बच्चों की जान चली गई. अब तक 157 बच्चों की मौत हो गई है. वहीं सरकारी आंकड़ों के अनुसार 437 बच्चे भर्ती हुए हैं. जिनमें 106 की मृत्यु हुई है. इस बीमारी से पीड़ित 39 नए मरीजों को एसकेएमसीएच में भर्ती कराया गया है.
भूखे पेट लीची खाने की वजह से बच्चों की मौत
वहीं, इस बीमारी को लेकर केन्द्रीय मंत्री समेत राज्य की नीतीश सरकार के मंत्रियों के अलग-अलग बेतुके बयान सामने आ रहे हैं. किसी ने इसे नियति तो किसी ने इसके लिए लीची को जिम्मेदार ठहरा दिया. केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे का मानना है कि भूखे पेट लीची खाने की वजह से बच्चों की मौत हो रही है. अश्विनी चौबे ने कहा था कि, 'इन मौतों के पीछे कई कारण है. लेकिन एक कारण यह भी है कि बच्चे भूखे पेट लीची खा लेते हैं इस वजह से उन्हें इन्सेफ्लाइटिस हो रहा है. लीची में जो बीज होता है वह शुगर को कम करता है. हालांकि इस पर पूरी रिसर्च की जा रही है.'
विवादित बोल- '4G' से हुई बच्चों की मौत
मुजफ्फरपुर में मौतों के बारे में सांसद अजय निषाद ने कहा, 'इस बार ज्यादा मामले आ रहे हैं, इसकी वजह गर्मी भी है. गर्मी बहुत ज्यादा हो रही है, उसका रोकथाम करने के लिए पेड़-पौधे लगाना चाहिए. बीमारी की असली वजह 4 जी है, जी फॉर गर्मी, गांव, गरीबी और गंदगी. ज्यादातर मरीज गरीब तबके से हैं और उनके रहन-सहन के स्तर में गिरावट है. उसे सुधारने की जरूरत है.