पटना:बिहार में प्रतिभाओं की कमी नहीं है. हालांकि सरकार द्वारा उचित व्यवस्था और उचित मंच नहीं मिलने के कारण राज्य के कलाकारों की प्रतिभाओं को देश और दुनिया में लोग नहीं जान पाते थे. लेकिन अब कला संस्कृति विभाग इसको लेकर ठोस कदम उठा रहा है. कला संस्कृतिविभाग के मंत्रीमंगल पांडे इन दिनों काफी एक्टिव दिख रहे हैं.
मंगल पांडे, कला और संस्कृति मंत्री, बिहार यह भी पढ़ें- सुमित सिंह को मंत्रिमंडल में शामिल कर नीतीश ने साधा एक तीर से दो निशाना?
'प्रदेश में एक से एक होनहार कलाकार हैं. उन्हें एक उचित मंच देने के लिए राज्य में अब सांस्कृतिक महाकुंभ का आयोजन किया जाएगा. यह महाकुंभ राज्य स्तरीय और जिला स्तरीय होगा. इसके माध्यम से ग्रामीण कलाकारों के प्रतिभाओं को तराशने का मौका मिलेगा.'-मंगल पांडे,
कला और संस्कृति मंत्री, बिहार
विश्वविद्यालय की स्थापना का ब्लूप्रिंट
विभाग आने वाले दिनों में विभिन्न योजनाओं को कलाकारों के बेहतरी के लिए लागू करेगी, जिसका प्रारूप विभाग के अंदर बनाया जा रहा है. इसके तहत बिहार में कला विश्वविद्यालय की स्थापना भी की जाएगी जिसका ब्लूप्रिंट तैयार किया जा रहा है. कला संस्कृति निदेशालय के निदेशक अनिमेष कुमार पाराशर से मिली जानकारी के अनुसार कला विश्वविद्यालय का निर्माण करने के लिए कला संस्कृति विभाग ने ब्लूप्रिंट लगभग तैयार कर लिया गया है. इसके लिए तकरीबन 10 एकड़ जमीन का अधिग्रहण करने का प्रस्ताव भी दिया गया है.
सरकार की घोषणा स्वागत योग्य है. यह योजना फलीभूत हुई तो काफी लाभदायक होगी. लेकिन काफी पहले से देखने को मिला है कि कलाकारों के लिए चाहे बिहार सरकार हो या केंद्र सरकार घोषणा तो अनेक हुई लेकिन कलाकारों को लाभ नहीं मिल पाया. अगर सरकार सांस्कृतिक महाकुंभ का आयोजन करेगी तो निश्चित तौर पर लोकल कलाकारों को सभी से रूबरू होने का और अपनी प्रस्तुति देने का बेहतर मंच मिल पाएगा.-अभिषेक रंजन,सचिव , बिहार आर्ट थियेटर
सांस्कृतिक महाकुंभ का होगा आयोजन
वहीं सरकार द्वारा की गई इस घोषणा से कलाकारों और रंग कर्मियों में काफी उत्साह है. और सभी ने इस फैसले का स्वागत किया है. वहीं भिखारी ठाकुर सम्मान से नवाजे गए कलाकार धर्मेश मेहता ने बताया कि सरकार की जो योजनाएं हैं वह काफी लाभदायक है. कलाकारों को इसका बखूबी लाभ मिलेगा.