पटनाःबजट सत्रके दौरान मंगलवार को बिहार विधान परिषद (Bihar Legislative Council) में आज मगध मेडिकल कॉलेज गया से 1000 ऑक्सीजन सिलेंडर गायब (Mangal Pandey On Oxygen Cylinder Missing) होने का मामला उठा. विपक्षी सदस्य कांग्रेस के विधान पार्षद प्रेमचंद्र मिश्रा ने स्वास्थ्य विभाग की कार्यशैली को लेकर सवाल उठाए. जिसका जवाब सदन में स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे ने दिया.
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'जिस एजेंसी को वहां ऑक्सीजन सिलेंडर सप्लाई का जिम्मा दिया गया था उन्होंने बताया है कि मात्र 39 ऑक्सीजन सिलेंडर गायब हुआ है. इसको लेकर एक जांच टीम का गठन हम लोगों ने कर दिया है. बहुत जल्द ही इसकी रिपोर्ट आ जाएगी. सिलेंडर गायब होने के मामले में जो भी दोषी पाए जाएंगे, उन पर कार्रवाई की जाएगी'-मंगल पांडे, स्वास्थ्य मंत्री
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एक अन्य सवाल को लेकरप्रेमचंद्र मिश्रा ने कहा कि डायबिटीज को लेकर बिहार में कहीं भी अस्पतालों में फ्री जांच की सुविधा उपलब्ध नहीं है. सरकार को इस पर ध्यान देना चाहिए. इसको लेकर स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे ने सदन में जवाब दिया कि बिहार में 19 हजार से ज्यादा नर्स को डियाबिटीज जांच किट उपलब्ध करा दिया गया है, जो समय समय पर मरीजों का जांच करती हैं.
वहीं, कोरोना से हुई मौत पर मुआवजे को लेकर स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे ने बताया कि सुप्रीम कोर्ट ने एक फैसला दिया है, जिसके अंतर्गत किसी भी राज्य के व्यक्ति की मौत अगर कोरोना से हुई है और वह दूसरे राज्य में भी रह रहा है. फिर भी उस राज्य को उस व्यक्ति के परिजन को 50000 सहायता राशि देना होगा. उन्होंने कहा कि बिहार सरकार ने इसको लेकर पहल किया है और सरकार ने ऐसा करना शुरू कर दिया है. अन्य राज्यों से भी हम लोगों ने अनुरोध किया है अगर किसी राज्यों के व्यक्ति की मौत बिहार में हुई है तो बिहार सरकार तो उन्हें सहायता राशि दे ही रही है. वह भी अलग से 50000 और मृतक के परिजनों को दें.
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