पटना: राजधानी के महावीर वात्सल्य अस्पताल में पिछले 10 वर्षों से चल रहे डिप्लोमा कोर्स को डिग्री कोर्स की मान्यता मिल गई है. पारा मेडिकल ट्रेनिंग एंड रिसर्च इंस्टीट्यूट के 10वीं वर्षगांठ के मौके पर इसकी घोषणा की गई. महावीर पारा मेडिकल ट्रेनिंग एंड रिसर्च इंस्टीट्यूट में चल रहे डिप्लोमा कोर्स को अब आर्यभट्ट ज्ञान विश्वविद्यालय से डिग्री कोर्स की मान्यता मिल गई है. इस संस्थान में साढे 4 वर्षों में बीपीटी और डीएमएलटी कोर्स की पढ़ाई और प्रशिक्षण कराई जाएगी.
महावीर वात्सल्य अस्पताल को डिग्री कोर्स की मिली मान्यता, अब होगी BPT और DMLT की पढ़ाई
महावीर मंदिर पटना की ओर से संचालित महावीर वात्सल्य अस्पताल में चल रहे महावीर पारा मेडिकल ट्रेनिंग एंड रिसर्च इंस्टीट्यूट में डिप्लोमा कोर्स के बाद अब आर्यभट्ट ज्ञान विश्वविद्यालय से डिग्री कोर्स की मान्यता मिल गई है. वहीं, इस संस्थान में गरीब मेधावी विद्यार्थियों के लिए 10% सीटें आरक्षित कर दी गई हैं.
गरीब मेधावी छात्रों को 10 फीसदी का आरक्षण
संस्थान की अपर निदेशक डॉक्टर वाणी चंद्रशेखर ने बताया कि इस संस्थान में गरीब मेधावी विद्यार्थियों के लिए 10 फीसदी सीटें आरक्षित कर दिया गया है. जिसमें उनसे न्यूनतम शुल्क लिया जाएगा. इस अवसर पर महावीर वात्सल्य अस्पताल के निदेशक डॉ एसएस झा ने फिजियोथैरेपी और लाइव टेक्नोलॉजी की पढ़ाई एण्ड प्रशिक्षण से होने वाले लाभ के बारे में बताया.
संस्थान को आगे बढ़ाने की हर संभव कोशिश
वहीं, डॉक्टर लखींद्र प्रसाद ने संस्थान को आगे बढ़ाने के लिए हर संभव प्रयास के लिए आश्वस्त किया. डॉक्टर पल्लवी ने बताया कि संस्थान विगत 10 वर्षों से कार्यरत हैं. यहां चार प्रकार के कोर्स डीपीटी, डीएमएलटी, डीएक्सरेसर और स्वास्थ्य विभाग को सुचारू रूप से चलाए जा रहे हैं. डॉक्टर ने कहा कि बहुत जल्द दिल में छेद की बीमारी का भी यहां सकुशल इलाज किया जायेगा. इसके लिए डॉक्टरों को अपॉइंट कर लिया गया है. साथ ही उन्होंने इसकी शुरूआत के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि इस साल दशहरा पर्व के आते ही इलाज की प्रक्रिया शुरू कर दी जायेगी.इंस्टीट्यूट के 10वीं वर्षगांठ के मौके पर अस्पताल के निदेशक डॉ एसएस झा, डॉ. वीणा मिश्रा, डॉक्टर मनोरमा मिश्रा, विनय रंजन के साथ साथ माननीय न्यायमूर्ति उदय सिन्हा उपस्थित रहे.