पटना:पांच साल के लंबे अंतराल के बाद आज से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Chief Minister Nitish Kumar) का जनता दरबार (Janta Darbar) शुरू हो गया है. मुख्यमंत्री के जनता दरबार को लेकर कांग्रेस के नेताओं की अलग अलग राय देखने को मिली है. कांग्रेस अध्यक्ष मदन मोहन झा (Madan Mohan Jha) और विधान पार्षद प्रेमचंद्र मिश्रा (MLC Premchandra Mishra) ने जनता दरबार को लेकर अलग-अलग प्रतिक्रिया दी.
ये भी पढ़ें:Janta Darbar: जानिये आज किन विभागों से जुड़े फरियाद सुन रहे हैं CM
कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि अच्छी बात है, अब जनता से मुख्यमंत्री को विकास कार्यों का फीडबैक मिलेगा. जनता को भी अपनी बात रखने का मौका मिलेगा. उन्होंने कहा कि कहीं ना कहीं इससे लोगों को फायदा होगा और जनता व सरकार के बीच में जो दूरी थी, वो घटेगी.
वहीं कांग्रेस के विधान पार्षद प्रेमचन्द्र मिश्र ने जनता दरबार को महज आई वॉश बताया. मिश्रा ने कहा कि पिछली बार लोगों ने जनता दरबार में जो शिकायतें की थीं, उसका आज तक निदान नहीं निकला. फिर किस बात का जनता दरबार. प्रेमचन्द्र मिश्रा ने कहा कि बिहार सरकार जनता को बहलाने की नाकाम कोशिश कर रही है. राज्य की जनता चारों तरफ से समस्याओं से घिरी है और सरकार नौटंकी कर रही है.
कांग्रेस नेता ने कहा कि कोरोना की तीसरी लहर और बाढ़ को लेकर कोई तैयारी नहीं है. लोग बाढ़ से त्रस्त है और सरकार शिगूफा पर शिगूफा छोड़ रही है. उन्होंने कहा कि सच्चाई यह है कि विभिन्न मसलों को लेकर एनडीए (NDA) के अंदर बीजेपी (BJP) और जदयू (JDU) के बीच घमासान है. जनता का आई वॉश करने के लिए जनता दरबार शुरू हुआ है. इसबार भी जनता दरबार से आम लोगों को कोई फायदा नहीं होगा. यह मात्र एक ढकोसला है.
ये भी पढ़ें:5 साल बाद एक बार फिर जनता के सामने होंगे नीतीश कुमार, जानिए CM से मिलने से पहले क्या है जरूरी
गौरतलब है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार 5 साल बाद एक बार फिर जनता के दरबार में हाजिर हो गए हैं. वे लोगों की फरियाद सुन रहे हैं. सीएम आज करीब 200 लोगों की फरियादी सुनेंगे.