2024 के चुनाव में पीएम मोदी का महागठबंधन से होगा मुकाबला! पटना:बिहार में विपक्षी दलों की जुटान परप्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जिस प्रकार से बयान दिया है उसे बिहार के महागठबबधन के नेता धमकी बता रहे हैं. बिहार में पहले से ही केंद्रीय एजेंसियों को लेकर महागठबंधन खेमे ने मोर्चा खोल रखा है तो दूसरी तरफ बीजेपी ने भ्रष्टाचार को मुद्दा बनाया है. अगर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पलटी नहीं मारी तो ऐसा पहली बार होगा जब आम चुनाव में एक तरफ पीएम नरेंद्र मोदी तो दूसरी तरफ महागठबंधन की सेना होगी.
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पीएम मोदी के निशाने पर रहा लालू परिवार:महागठबंधन की सरकार बनने के बाद पिछले 10 महीनों में लालू परिवार और उनके नजदीकियों के साथ जदयू नेताओं और बड़े कारोबारियों पर बड़ी कार्रवाई हुई है, जिनका जदयू के बड़े नेताओं से संबंध रहा है. लगातार हो रही कार्रवाई के बाद 2024 में महागठबंधन के नेता केंद्रीय एजेंसियों के दुरुपयोग का बड़ा मुद्दा बनाने की बात कर रहे हैं. वहीं बीजेपी कह रही है भ्रष्टाचार हमारे लिए शुरू से बड़ा मुद्दा रहा है और भ्रष्टाचारी को प्रधानमंत्री छोड़ेंगे नहीं.
विपक्षी एकता पर पीएम मोदी का निशाना: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ 2024 में विपक्षी दल एकजुटता के साथ मुकाबला की रणनीति तैयार कर रहे हैं. पटना में 15 दलों के 27 नेता विपक्षी दलों की बैठक में शामिल हुए और 15 दलों में से 12 दलों के नेताओं पर सीबीआई ईडी और इनकम टैक्स की कार्रवाई हो रही है.
ईडी, सीबीआई और इनकम टैक्स की छापेमारी: अभी हाल ही में प्रधानमंत्री ने भोपाल में भ्रष्टाचार को लेकर जिस प्रकार से बयान दिया है, उससे विपक्षी दल के नेताओं की नींद उड़ गई है. पिछले 1 साल में बिहार में ईडी, सीबीआई और इनकम टैक्स की लगातार बड़ी कार्रवाई हुई है. लालू यादव, राबड़ी देवी, तेजस्वी यादव, मीसा भारती और परिवार के अन्य सदस्यों के खिलाफ सीबीआई ईडी की कार्रवाई हुई है. वहीं लालू परिवार के नजदीकियों भोला यादव, पूर्व विधायक अबू दोजाना सहित कई नजदीकियों पर भी कार्रवाई की गई है.
तेजस्वी यादव को भी है इस बात का डर: लैंड फॉर जॉब स्कीम के मामले में तेजस्वी यादव पर भी शिकंजा ईडी और सीबीआई ने कसा है और इसी कारण तेजस्वी यादव खुद कहते रहे हैं कि अभी तक चार्जशीट में मेरा नाम नहीं है लेकिन आने वाले दिनों में मेरा भी नाम जोड़ा जाएगा. कहीं ना कहीं उन्हें भी गिरफ्तार होने का डर सता रहा है. जदयू के विधान पार्षद राधाचरण शाह के ठिकानों पर भी ईडी, सीबीआई और केंद्रीय एजेंसियों की ओर से दबिश बढ़ा है बालू के बड़े कारोबारियों में से जदयू के विधान पार्षद एक माने जाते हैं.
केंद्रीय एजेंसियों पर महागठबंधन का आरोप: यही नहीं जदयू और आरजेडी के नजदीकी बड़े कारोबारियों ठेकेदारों पर भी ईडी सीबीआई और इनकम टैक्स की नजर है. ईडी और इनकम टैक्स की ओर से ललन सिंह के नजदीकी गब्बू सिंह पर एक्शन लिया गया. पिछले दिनों बिहार सरकार के वरिष्ठ मंत्री और नीतीश कुमार के नजदीकी विजय कुमार चौधरी के साले कारू सिंह जो बिहार के बड़े ठेकेदारों में से एक जाने जाते हैं, उनके यहां भी इनकम टैक्स ने छापेमारी की गई. चर्चा है कारु सिंह के ललन सिंह के साथ भी नजदीकी है.
पीएम पर धमकी देने का भी आरोप: केंद्रीय एजेंसियों की लगातार बढ़ रही दबिश को लेकर महागठबंधन के नेता केंद्र सरकार पर आरोप लगाते रहे हैं कि दबाव बनाने के लिए केंद्रीय एजेंसियों का दुरुपयोग किया जा रहा है. प्रधानमंत्री के भाषण के बाद तो महागठबंधन के नेता यह भी कह रहे हैं कि प्रधानमंत्री एक तरह से धमकी दे रहे हैं.
"प्रधानमंत्री ने ही 2024 का टोन सेट कर दिया है. 2024 में तो केंद्रीय एजेंसियों का दुरुपयोग एक बड़ा मुद्दा बनेगा ही."- मृत्युंजय तिवारी, आरजेडी प्रवक्ता
"हम लोग तो लगातार केंद्रीय एजेंसियों के दुरुपयोग की बात कर रहे हैं. केंद्रीय एजेंसियों के दुरुपयोग का मुद्दा अभी से ही बना हुआ है. 2024 में जनता इनका हिसाब करेगी."- श्रवण कुमार, मंत्री, बिहार सरकार
"भ्रष्टाचार शुरू से हम लोगों का मुद्दा रहा है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने साफ कहा है कि भ्रष्टाचार से किसी कीमत पर समझौता नहीं करेंगे."- संतोष पाठक, बीजेपी प्रवक्ता
एक तरफ जहां महागठबंधन के नेता केंद्रीय एजेंसियों की दुरुपयोग का आरोप लगा रहे हैं और इसे बड़ा मुद्दा बनाने की बात ही करते रहे हैं. वहीं बीजेपी के तरफ से भी परिवारवाद और भ्रष्टाचार को लेकर महागठबंधन के नेताओं को घेरा जा रहा है. 2024 की लड़ाई में दोनों इन मुद्दों पर आमने-सामने दिख रहे हैं.