पटना:कोरोना वायरस के संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए लागू किए गए 21 दिन के लॉकडाउन का मंगलवार को 14वां दिन है. लॉकडाउन के हालात में सरकार जरूरतमंदों की मदद के दावे कर रही है, तो दूसरी तरफ लोगों की परेशानी भी दिख रही है.
इस बीच, स्वास्थ्य विभाग ने कोरोना संक्रमण को देखते हुए सभी डॉक्टरों, पैरामेडिकल स्टाफ और स्वास्थ्यकर्मियों की छुट्टी 30 अप्रैल तक रद्द कर दी है. वहीं, लॉकडाउन की अनदेखी करने वाले पुलिस कर्मियों से डीजीपी गुप्तेश्वर पांडेय ने वीडियो जारी कर कहा है कि पुलिस के छोटे से लेकर बड़े अधिकारी अपनी जान हथेली पर रखकर लोगों की सेवा में जुटे हैं. लेकिन कुछ पुलिसकर्मी भी लॉकडाउन के आदेशों की अनदेखी कर रहे हैं.
16 सिविल सर्जनों का स्थानांतरण
बिहार में पिछले 24 घंटे के दौरान एक भी कोरोना संक्रमित मरीज नहीं मिले हैं. इस बीच सोमवार को सरकार ने बड़ा फैसला करते हुए 16 जिलों के सिविल सर्जन के स्थानातंरण कर दिए. स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी अधिसूचना के मुताबिक, सबौर के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में पदस्थापित प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ़ संजीव कुमार सिन्हा को दरभंगा का सिविल सर्जन बनाया गया है, जबकि नवादा के सदर अस्पताल में चिकित्सा पदाधिकारी के रूप में कार्यरत डॉ. विमल प्रसाद सिंह को नवादा का सिविल सर्जन बनाया गया है.
गया: कोरोना आइसोलेशन वॉर्ड में घुसे 2 फर्जी डॉक्टर
बिहार के गया स्थित अनुग्रह नारायण मेडिकल कॉलेज अस्पताल (एएनएमसीएच) की सुरक्षा को धता बताते हुए रविवार की रात दो संदिग्ध युवक अचानक घुस गए और कोरोना संक्रमितों के लिए बने आइसोलेशन वार्ड तक पहुंच गए. आरोप है कि ये सीधे कोरोना संक्रमित मरीज के पास पहुंच गए. इस सूचना के बाद अस्पताल में अफरा-तफरी की स्थिति उत्पन्न हो गई. इस मामले की एक प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है.
पटना : लॉकडाउन के दौरान बेवजह घूमना पड़ा महंगा
कोरोना वायरस को लेकर पूरे देश में लगाए गए लॉक डाउन का प्रशासन की ओर से पूरी सख्ती से पालन कराया जा रहा है. वहीं कई जगहों पर लोग बिना वजह सड़कों पर घूमते हुए भी पकड़े गए हैं. जिले के बाढ़ अनुमंडल में लॉकडाउन के दौरान बेवजह गलियों में घूमने वाले लोगों से पुलिस ने उठक-बैठक करवाया. वहीं कई जगहों पर वाहनों की जांच भी की गई.
डाकबंगला: गलियां और होटल सील