मुआवजे की मांग पर अड़े चिराग पासवान का बयान पटना : लोजपा रामविलास के सांसद चिराग पासवान ने बिहार में जहरीली शराब से हुई मौत को लेकर नीतीश सरकार (Chief Minister Nitish Kumar) पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि जब मुआवजे को लेकर कानून में प्रावधान है तो सरकार मुआवजा क्यों नहीं दे (Bihar Hooch Tragedy compensation ) रही. सीएम नीतीश को भले ही शराब पीने वालों से कोई हमदर्दी न हो लेकिन उनमें उनका क्या जो आश्रित हैं. उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि छपरा में जब वो परिजनों से मिलने पहुंचे तो उनके हाथ में 20 दिन की बच्ची थी. उस बच्ची का क्या दोष?
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''मुख्यमंत्री जी की संवेदनाएं पीने वालों से संभवत: नहीं होगी लेकिन उनके परिवार वालों का क्या दोष है? उस दिन मेरी गोद में 20 दिन की बच्ची थी. उस बच्ची का क्या दोष? 80 साल 85 साल की वृद्ध महिलाएं हैं वहां पर उनका क्या दोष? तो फिर आप क्यों नहीं मुआवजा देंगे? ये बिहार के लोग हैं मुख्यमंत्री जी. अपने ही प्रदेश के लोगों से इतनी नफरत''- चिराग पासवान, सांसद, एलजेपीआर
NHRC की जांच पर सत्ता पक्ष बयानबाजी क्यों कर रहा : चिराग पासवान (LJPR MP Chirag Pawan) ने कहा कि छपरा कांड की जांच करने जब राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग की टीम आई है तो सत्ता में बैठे हुए लोग किस तरह की बयानबाजी कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग को ऐसे कांड की जांच करने का आदेश प्राप्त रहता है. क्योंकि राज्य सरकार जो आंकड़ा पेश कर रही है वह पूरी तरह से गलत है. डरा धमका के लोगों से कुछ से कुछ बुलवाया जा रहा है.
''राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग की टीम जांच करने आई है. इस पर भी मुख्यमंत्री जी बयानबाजी कर रहे हैं. आप खुद समझिए किस तरह का बिहार वो बनाना चाह रहे हैं. लोकसभा में हमने इस घटना की जांच सीबीआई से करवाने की मांग की है. राज्यपाल से मिलकर हमने सरकार को बर्खास्त करने की मांग की है. राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग के अलावा यहां पर राष्ट्रीय बाल आयोग और राष्ट्रीय महिला आयोग को भी आकर जांच करनी चाहिए कि किस तरह से छोटे-छोटे बच्चे, किस तरह से महिलाओं की स्थिति बनी हुई है.''- चिराग पासवान, सांसद, एलजेपीआर
'बिहार में मानवाधिकार का उल्लंघन': चिराग पासवान ने कहा कि निश्चित तौर पर बिहार में मानवाधिकारों का उल्लंघन हो रहा है. मानवाधिकार आयोग यहां पर पहुंचा है तो मुख्यमंत्री कुछ से कुछ बयान देते हैं. उन्होंने कहा कि ऐसे कई राज्य हैं जहां पर इस तरह की घटना होने पर मानवाधिकार आयोग ने भी जांच किया है और बिहार में इस तरह की घटना हुई है और सरकार और प्रशासन दबाव डाल रही है कि लोग सच्चाई नहीं बताएं. ऐसी हालत में राष्ट्रीय मानवाधिकार जांच करेगा. कहीं न जांच रिपोर्ट आएगा उसे राज्य सरकार घिर गई है. यही कारण है कि उसके नेता अनर्गल बयानबाजी कर रहे हैं.
'एलजेपी को कोर्ट भी जाना पड़े तो जाएंगे': लोजपा रामविलास सांसद चिराग ने कहा कि जहां तक बात मुआवजे की बात है, तो किसी भी सूरत में राज्य सरकार के परिजन को मुआवजा देना होगा. इसको लेकर हम लोगों को कोर्ट का दरवाजा क्यों नहीं खटखटाना पड़े हम लोग वह दरवाजा भी खटखटायेंगे. मुआवजा दिलवा कर ही दम लेंगे.