पटनाःलोक जनशक्ति पार्टी (Lok Janshakti Party) के चुनाव चिन्ह (Election Symbol) चुनाव आयोग द्वारा फ्रीज किए जाने के बाद लोजपा (चिराग गुट) अब पशुपति पारस और नीतीश सरकार पर आक्रमक हो गई है. लोजपा प्रवक्ता सह मीडिया प्रभारी कृष्णा सिंह कल्लू ने कहा कि क्या कैबिनेट के एक मंत्री के इशारे पर चुनाव आयोग फैसला ले सकता है? या फिर कैबिनेट मंत्री के दबाव में फैसला लेना कहां तक उचित है. उन्होंने पीएम नरेंद्र मोदी से इसकी जांच करवाने की मांग की.
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लोजपा के प्रवक्ता कृष्णा सिंह कल्लू ने दावा किया कि लोजपा के संस्थापक और पूर्व केंद्रीय मंत्री पद्म भूषण से नवाजे गए स्वर्गीय रामविलास पासवान ने अपने खून पसीने से इस पार्टी को बनाया है. लोजपा ने केंद्रीय मंत्री पशुपति कुमार पारस पर निशाना साधते हुए कहा कि अगर उनके ऊपर उनके बड़े भाई स्वर्गीय राम विलास पासवान का आशीर्वाद नहीं होता तो शायद वो अपने पैतृक गांव शहरबनी में मछली मारते नजर आते.
'अपने बड़े भाई स्वर्गीय राम विलास पासवान की पहली पुण्यतिथि मनाए जाने को लेकर जिस तरह से उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और ललन सिंह से मुलाकात की है और एक तस्वीर में राक्षसी हंसी हंसते नजर आ रहे हैं, इससे साफ साबित होता है कि रामविलास पासवान की पुण्यतिथि को भी लेकर वो राजनीतिक कर रहे हैं. पशुपति पारस को चुल्लू भर पानी में डूब जाना चाहिए'-कृष्णा सिंह कल्लू, प्रवक्ता लोजपा