पटना: राजधानी पटना में सोमवार को एक बार फिर एसटीईटी अभ्यर्थियों (Stet Candidates) पर लाठी चार्ज किया गया है. शिक्षा मंत्री विजय कुमार चौधरी (Education Minister Vijay Kumar Choudhary) के आवास का घेराव करने जा रहे अभ्यर्थियों पर पुलिस ने लाठियां बरसा दी है. साथ ही शिक्षा मंत्री विजय चौधरी ने अभ्यर्थियों से मिलने से मना भी कर दिया.
इसे भी पढ़ें:पटना में STET अभ्यर्थियों पर पुलिस ने बरसाई लाठियां, निकले थे शिक्षा मंत्री का घेराव करने
अभ्यर्थियों पर बरसाई गई लाठियां
शारीरिक शिक्षा अनुदेशक संघ पर एक बार फिर से पुलिस ने लाठियां बरसाई है. पुलिस के माध्यम से लाठी चार्ज होने पर शिक्षा मंत्री के आवास के पास अफरा-तफरी का माहौल हो गया है. पुलिस के डंडे से कई एसटीईटी अभ्यर्थी घायल हो गए हैं. अभ्यार्थियों का कहना है कि वे लोग शिक्षक पात्रता 2019 में ही पास कर लिए हैं. दो सालों से नौकरी की मांग को लेकर लगातार सरकार के दरवाजे पर दस्तक दे रहे हैं. लेकिन सरकार बातों को दरकिनार कर पुलिस से पिटवाने का काम कर रही है.
ये भी पढ़ें:RESULT जारी करने जा रहे मंत्री का STET अभ्यर्थियों ने किया घेराव, कहा- पागल कर देगी सरकार
शांतिपूर्वक धरना प्रदर्शन करने की कही बात
अभ्यार्थियों ने कहा कि नौकरी के लिए हाईकोर्ट ने अनुमति भी दे दी है. लेकिन सरकार हाईकोर्ट के बातों का भी दरकिनार कर रही है. अभ्यार्थियों ने कहा कि वे लोग शांतिपूर्वक धरना प्रदर्शन कर रहे हैं. लेकिन धरना प्रदर्शन को सरकार के माध्यम से दखल दिया जा रहा है. पुलिस के माध्यम से की गई कार्रवाई में अभ्यर्थी बुरी तरह जख्मी हो गए हैं. अभ्यार्थी हाथ जोड़कर सरकार से सवाल कर रहे हैं कि आखिर गुनाह क्या है? अभ्यार्थियों ने सरकार से आत्मदाह करने की अनुमति भी मांगी है. जिससे कि वे भविष्य में दोबारा नौकरी की मांग न कर सकें.
90 हजार से अधिक अभ्यार्थी हुए पास
बताते चलें कि 2019 में बिहार सरकार ने शिक्षक पात्रता परीक्षा को लेकर परीक्षा लिया था. जिसमें 90 हजार से अधिक अभ्यार्थी पास हुए. सभी पास अभ्यर्थी सरकार से नौकरी मांगने के लिए लगातार उनके दरवाजे पर दस्तक दे रहे हैं. लेकिन अभ्यर्थियों पर पुलिस के माध्यम से लाठियां बरसाई जाती है. साथ ही उन्हें आश्वासन दिया जाता है कि सरकार उनकी चिंता कर रही है.