पटनाः केंद्र सरकार ने साल 2020-21 का बजट पेश कर दिया है. जिस पर सियासत कम होने का नाम नहीं ले रही है. बिहार के तमाम दल बिहार को विशेष राज्य का दर्जा को लेकर आशान्वित थे हालांकि कुछ भी ऐसा नहीं हुआ. वहीं, सीएम नीतीश कुमार दिल्ली विधानसभा चुनाव प्रचार में बजट की प्रशंसा करते नजर आये. जिस पर आरजेडी चीफ लालू यादव ने सीएम पर जमकर निशाना साधा.
आरजेडी सुप्रीमो ने मोदी सरकार की तरफ से संसद में पेश की गई बजट को जनविरोधी करार दिया है. उन्होंने ट्वीट कर के बजट की तारीफ करने पर नीतीश कुमार पर कटाक्ष किया है. लालू प्रसाद ने ट्वीट कर कहा, 'जिस जनविरोधी बजट में बिहार को कुछ नहीं मिला उस बजट की मुख्यमंत्री प्रशंसा करते है. यह मजबूरी है या दिल्लगी?'
'जनता पर पड़ेगा निजीकरण का असर'
अर्थशास्त्री नवल किशोर चौधरी बजट के चुनौतियों के सामने अच्छा बता चुके हैं. उनका कहना है कि किसानों के लिए बड़ा आवंटन किया गया है. उन्होंने कहा कि किसानों की आय बढ़ेगी, लेकिन चिंता निजी क्षेत्र को लेकर है. जिस तरह से रेलवे, एलआईसी और बैंक के निजीकरण की तरफ सरकार बढ़ रही है, वो खतरनाक है. अगर पूरी अर्थव्यवस्था निजी क्षेत्रों में चला जाएगा, तो जनता पर इसका असर पड़ेगा.
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बिहार के लिए कुछ भी नहीं
चैम्बर ऑफ कॉमर्स के सदस्यों का कहना है कि बिहार के लिए इस बजट में कोई विशेष प्रस्ताव नहीं है. इससे निराशा जरूर हुई. वहीं, जेडीयू को स्पेशल स्टेटस नहीं मिलने से निराशा हाथ लगी. जेडीयू नेताओं का कहना है कि मांग पर आज भी कायम हैं.