पटना: लोकसभा चुनाव के नतीजों ने महागठबंधन की कई पार्टियों के लिए मुश्किलें बढ़ा दी है. लेकिन, इसका सबसे ज्यादा असर आरजेडी और लालू परिवार पर पड़ने वाला है. पहले से ही मुसीबत झेल रहे इस परिवार की परेशानी अब और ज्यादा बढ़ सकती है.
आरजेडी के लिए सबसे ज्यादा मुश्किल तेज प्रताप यादव खड़ी कर सकते हैं. उनके तेवर से साफ लग रहा है कि लालू परिवार को पार्टी के साथ-साथ घर के भीतर भी कई तरह की मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है. लालू के बड़े बेटे सोमवार से जनता दरबार लगाने वाले हैं. उन्होंने स्पष्ट कर दिया है कि पार्टी कार्यालय में जनता की समस्याओं को सुनेंगे. चुनावी नतीजों के बाद अभी कोई भी सक्रिय नहीं दिख रहा है. लेकिन, तेज प्रताप एक्टिव मोड में नजर आने लगे हैं.
तेज प्रताप का बागी स्टैंड
इससे पहले लोकसभा चुनाव के दौरान उम्मीदवारों को लेकर भी तेजप्रताप बागी बन बैठे थे. उन्होंने लालू-राबड़ी मोर्चा तक बना लिया था. दो संसदीय क्षेत्र से उम्मीदवार भी उतार दिया था. जहानाबाद से चंद्र प्रकाश तो शिवहर से अंगेश कुमार थे. हालांकि, अंगेश का नामांकन रद्द हो गया था. लेकिन, जहानाबाद से सुरेंद्र यादव को हराने में चंद्र प्रकाश का अहम योगदान बताया जा रहा है.
वरिष्ठ नेताओं पर 'तेज' हमला
चुनाव प्रचार के दौरान भी तेज प्रताप काफी नाराज नजर आ रहे थे. उन्हें तेजस्वी के साथ प्रचार के लिए हेलीकॉप्टर में जगह नहीं मिली थी. इसको लेकर कई बार उन्होंने निशाना भी साधा. तेजस्वी की सलाहकार समिति पर हमला भी बोला. आरजेडी के कई सीनियर नेताओं के खिलाफ तो तेज प्रताप ने झंडा बुलंद कर लिया था.
लालू का ना होना...
लोकसभा चुनाव के नतीजों के बाद तेज प्रताप को रोकना मुश्किल हो सकता है. पार्टी के साथ-साथ परिवार के खिलाफ भी वो मुखर हो सकते हैं. इससे लालू परिवार पर समस्याओं का बोझ और भी बढ़ सकता है. आरजेडी सुप्रीमो के नहीं होने से परिवार पहले से ही परेशानी झेल रही है. अब, नई मुसीबतों का सामना करना लालू परिवार के लिए कठिन हो सकता है.
चिंतित हैं लालू
उधर, खबरें आ रही थी कि लालू यादव भी काफी परेशान नजर आ रहे हैं. चुनाव नतीजों के बाद खाना-पीना समय से नहीं लेने से तबीयत ज्यादा बिगड़ने का डर है. लालू का इलाज कर रहे डॉक्टर उमेश प्रसाद ने बताया है कि पिछले 2 दिनों से लालू यादव चिंतित देखे जा रहे हैं, जिस कारण उनके खाने-पीने की दिनचर्या भी बदल गई है. एक बार सुबह में नाश्ता करने के बाद फिर सीधे रात में ही खाना खाते हैं, जिस वजह से हम लोगों को दवाइयां देने में भी काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.