पटनाः बिहार में जातिगत जनगणना की रिपोर्ट प्रकाशित होने के बाद से सियासत शुरू हो गई है. सीएम नीतीश कुमार अल्पसंख्यक वोटरों को एक करने के लिए नेताओं से मिलना शुरू कर दिए हैं. शनिवार को सीएम नीतीश कुमार ने तमाम बिहार के अल्पसंख्यक नेताओं के साथ बैठक कर चुनाव पर चर्चा की. इधर, ललन सिंह ने असदुद्दीन औवेसी पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि चुनाव आते ही ऐसे नेता बिहार आ जाते हैं. उन्होंने वोटरों से बहकावे में नहीं आने की अपील की है.
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"तमाम कार्यकर्ताओं को चुनाव की तैयारी में जुट जाना है. नीतीश कुमार जी ने अल्पसंख्यकों के लिए बहुत कुछ किया है और आगे भी करेंगे. चुनाव के वक्त असदुद्दीन औवेसी सरीखे नेता भी बिहार आ जाते हैं. उनके बहकावे में अल्पसंख्यकों को नहीं आना है."- ललन सिंह, राष्ट्रीय अध्यक्ष
जातिगत जनगणना रिपोर्ट पर सियासत शुरूः जातिगत जनगणना की रिपोर्ट में मुस्लिम आबादी अच्छी खासी है. बिहार में 17.70% आबादी मुसलमान की है. ऐसे में राजनीतिक दलों को अल्पसंख्यक वोटो का महत्व भी समझ में आ रहा है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अल्पसंख्यक वोटो को अपने पक्ष में करने की तैयारी में जुट गए हैं. शनिवार को बैठक में जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री जमा खान और विधान पार्षद खालिद अनवर मौजूद थे.
अल्पसंख्यकों वोटर को साधने की सियासतः शनिवार को आयोजित बैठक में नीतीश कुमार ने नेताओं से कहा था कि अल्पसंख्यकों को आबादी के अनुपात में कैसे भागीदारी मिले इस पर भी काम चल रहा है. विधानसभा सत्र के दौरान काफी चीज स्पष्ट हो जाएंगी. हम आबादी के अनुपात में भागीदारी देंगे. ऐसे में अल्पसंख्यकों वोटर को साधने की सियासत शुरू हो गई है. महागठबंधन के नेता रिपोर्ट के आधार पर वोटरों से संपर्क करना शुरू कर दिए हैं.