अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के मौके पटना में योगाभ्यास . पटनाःपूरा विश्व 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस मना रहा है. बिहार के पटना में भी योगाभ्यास किया गया. आपको पता है कि योग करने से क्या स्वास्थ्य लाभ (Benefits of yoga) होता है. विशेषज्ञों का मानना है कि कोई भी ऐसी बीमारी नहीं है, जिसका इलाज योग से नहीं हो सकता है. अगर कोई भी इनसान कम से 8 प्राणायम प्रतिदिन करता है तो उसे कोई भी बीमारी छू नहीं सकती है. मधुमेह, उच्च रक्तचाप और माइग्रेन जैसी कॉमन बीमारियों के लिए खास प्राणायम हैं. योग करने के फायदे हैं...
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योग करना चाहिएःपटना में अंरराष्ट्रीय योग दिवस के मौके पर योग करने आई माधुरी शर्मा ने बताया कि वह बीते 10 वर्षों से योगाभ्यास कर रही हैं. योग से उनके जीवन में काफी बदलाव आया है. उनका ब्लड प्रेशर नियंत्रित रहता है. ब्लड प्रेशर की समस्या समाप्त हुई है. शरीर फिट रहता है और काम करने में फुर्ती बनी रहती है. इसलिए सभी लोगों को योग करना चाहिए. यह स्वास्थ्य रहने के लिए बहुत जरूरी है.
स्वस्थ जीवन के लिए योग जरूरीःपटना की सविता कुमारी ने बताया कि बीते कुछ वर्षों से वह योगाभ्यास कर रही हैं. इसका उनके शरीर पर बहुत अच्छा फायदा हुआ है. वह पहले पेट में गैस बनने को लेकर काफी परेशान रहती थी, लेकिन योगाभ्यास से गैस्टिक की समस्या दूर हुई है. इसके साथ ही शरीर में दर्द की समस्या भी खत्म हो गई है. स्वस्थ जीवन के लिए योग बेहद जरूरी है और सभी को करना चाहिए.
बोन टीबी से मिली राहतः पटना की तनुजा शर्मा ने बताया कि वह कई वर्षों से बोन टीबी से परेशान थी. योगाभ्यास से वह पूरी तरह ठीक हो गई हैं. पहले वह चल फिर नहीं पाती थी. उठ कर बैठना मुश्किल था, लेकिन अब खुद से सारा काम लेती है. सुबह-सुबह 'विरासत' में जहां निशुल्क योगाभ्यास कराया जाता है, वहां जाती हैं. 1.5 किलोमीटर दूरी चय कर योग करने जाती है.
कितना देर करें योगः इधर, भारत स्वाभिमान पतंजलि योग समिति के योगाचार्य कुमार अजीत ने कहा कि नियमित योगाभ्यास मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य के लिए बेहद महत्वपूर्ण है. योग लोगों को आर्थिक रूप से भी सशक्त कर रहा है. आज के दौर में जिम में भी योगा ट्रेनर रह रहे हैं. जो लोग भी नियमित योग करेंगे, वह शरीर को बीमारियों से दूर रखेंगे. योगाभ्यास शरीर को वायु से जोड़ता है और वायु प्रकृति का पहला तत्व है. हर किसी को प्रतिदिन 30 मिनट से 45 मिनट तक का योगाभ्यास करना चाहिए.
"एक इंनसान को कम से 30 से 45 मिनट तक योग करना चाहिए. योगाभ्यास शरीर को वायु से जोड़ता है और वायु प्रकृति का पहला तत्व है. योगासन के साथ-साथ आठ प्रकार के जो प्राणायाम हैं, जिसे करने से शरीर की सारी बिमारी दूर हो जाएगी."-कुमार अजीत, योगाचार्य
मधुमेह मुक्त होगा शरीरः भारत में मधुमेह एक गंभीर बीमारी बन गई है, जिससे काफी बड़ी आबादी पीड़ित है. आयुर्वेद में मधुमेह को एक सामान्य बीमारी माना गया है. यह एक मेटाबोलिक डिजीज है, यह शरीर में डाइजेशन प्रॉब्लम के कारण होता है. हमारे शरीर में जो इंसुलिन बन रहा होता है, वह सेल में जब नहीं जाता है तो शरीर में मधुमेह रोग होता है. अगर हम नियमित योगाभ्यास करें तो कुछ समय के बाद शरीर मधुमेह से मुक्त हो जाएगा. पंडुक आसन, षष्ट आसन, पवनमुक्त आसन, वक्र आसान. इन सभी आसनों के साथ कपालभाति किया जाए तो शरीर मधुमेह मुक्त हो जाएगा.
कौन प्राणायम बेहतर होगाः उच्च रक्तचाप भी भारत में एक गंभीर समस्या है. योगाभ्यास हैं. यदि कोई 5 मिनट तक भस्त्रिका करता है, इसके बाद 10 से 15 मिनट तक अनुलोम-विलोम करता है और फिर गर्दन, कमर और कंधे का शिथिलीकरण योगाभ्यास करता है तो वह उच्च रक्तचाप की समस्या से दूर रहेगा. योगासन के साथ-साथ आठ प्रकार के जो प्राणायाम है कम से कम 20 से 25 मिनट करें, यह काफी मानसिक सुकून देगा और माइग्रेन की समस्या शरीर से कुछ दिनों में ही खत्म हो जाएगी. गैस्टिक की समस्या के लिए पवनमुक्तासन और उसके साथ कपालभाति करना बहुत ही फायदेमंद है.