पटना : बिहार के गया में बने रबर डैम मॉडल की अब चर्चा देश में होने लगी है.जल संसाधन मंत्री संजय झाने सोशल मीडिया के माध्यम से यह जानकारी दी है. उन्होंने कहा कि बिहार के रबड़ डैम मॉडल को केरल अपनाने पर विचार कर रहा है. जल संकट से जूझ रही केरल सरकार की नजर बिहार के रबड़ डैम मॉडल पर है. विशेषज्ञों के सुझाव के बाद केरल ने इसको लेकर सकारात्मक पहल शुरू की है.
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''यह जानकर खुशी हुई कि गया में विश्व प्रसिद्ध विष्णुपद मंदिर के निकट फल्गु नदी में Water Resources Department, Government of Bihar द्वारा निर्मित 'गयाजी डैम' मॉडल को केरल में ऐतिहासिक पम्बा नदी के जल को संग्रहण के किए उपयुक्त मॉडल के तौर पर गहन विचार किया जा रहा है''- संजय कुमार झा, जल संसाधन मंत्री, बिहार सरकार
केरल के जलोत्सव पर संकट: दरअसल, संजय झा ने अपने ट्वीट में जलवायु परिवर्तन का जिक्र करते हुए कहा कि
''इसके कारण मौसम और पर्यावरण के साथ-साथ धार्मिक परंपराएं भी प्रभावित हो रही हैं. इसका एक ज्वलंत उदाहरण है केरल की पम्बा नदी के तट पर स्थित अरनमुला गांव में हर वर्ष लगने वाला जल मेल. यानी जलोत्सवम्.'' मौसम विज्ञान केंद्रके अनुसार देश के कई हिस्सों के साथ- साथ केरल में इस वर्ष अगस्त माह में बीते 123 वर्षों के सबसे कम (सामान्य से 48% प्रतिशत कम) बारिश हुई है. सेंटर फॉर वॉटर रिसोर्स एंड मैनेजमेंट, कोझीकोड (केरल) के अनुसार केरल के उत्तरी जिले अत्यंत शुष्क हैं. इस कारण पम्बा नदी में बेहद कम पानी उपलब्ध है. ऐसे में जलोत्सवम् के दौरान आयोजित होने वाले अरनमुला नौका दौड़ (बोट रेस) को लेकर संकट पैदा हो गया है.
पम्बा नदी पर रबड़ डैम बनाने पर विचार : केरल का नौका दौड़ यह सबसे बड़ा नौका दौड़ उत्सव है. इसमें हजारों पर्यटक शामिल होते हैं. बादल के फटने से कई घटनाओं के कारण बाढ़ जैसी ऐसी स्थिति उत्पन्न हो जाती है. ऐसी स्थिति से उबरने के लिए कई जल विशेषज्ञों ने बिहार के गया में फल्गु नदी पर बने रबर डैम की तर्ज पर पम्बा नदी पर अरनमुला में डैम बनाकर जल को नियंत्रित रूप से संग्रहित करने का सुझाव दिया है तथा स्थानीय सरकार द्वारा इसपर विचार किया जा रहा है.
गया का रबड़ डैम : बता दें कि गया का रबड़ डैम मॉडल नीतीश कुमार का ड्रीम प्रोजेक्ट है. फल्गु नदी में जलस्तर नीचे जाने के बाद पिंडदान करने आने वाले श्रद्धालुओं के लिए यह व्यवस्था की गई है. अब इसकी चर्चा बिहार से बाहर भी होने लगी है.