पटना: राम मंदिर की जिम्मेदारी संभाल रहे राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के सदस्य कामेश्वर चौपाल ने कहा है कि राम मंदिर के हजारों फीट नीचे एक टाइम कैप्सूल दबाया जाएगा, ताकि भविष्य में मंदिर से जुड़े तथ्यों को लेकर कोई विवाद न रहे.
उन्होंने बताया कि 'राममंदिर को लेकर चले संघर्ष और सुप्रीम कोर्ट में लंबे संघर्ष ने वर्तमान की और आने वाली पीढ़ियों के लिए एक सीख दी है. राम मंदिर निर्माण स्थल के 2,000 फीट नीचे एक टाइम कैप्सूल रखा जाएगा, ताकि भविष्य में कोई भी राम मंदिर के इतिहास का अध्ययन करना चाहेगा तो उसे राम जन्मभूमि से जुड़े तथ्य मिल जाएंगे और इससे कोई नया विवाद पैदा नहीं होगा.'
कामेश्वर चौपाल (सदस्य, राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट) कौन हैं दलित कारसेवक कामेश्वर चौपाल
30 साल पहले राम मंदिर की नींव दलित समाज से आने वाले कामेश्वर चौपाल ने रखी थी. कामेश्वर चौपाल बिहार के सुपौल के रहने वाले हैं. नवंबर 1989 में अयोध्या में शिलान्यास का कार्यक्रम रखा गया था. कामेश्वर चौपाल तब अयोध्या में ही थे. उनको मैसेज मिला कि शिलान्यास के लिए उन्हें चुना गया है. शिलान्यास के वक्त विहिप के बड़े-बड़े नेता वहां मौजूद थे. उस वक्त कामेश्वर चौपाल विहिप के संयुक्त सचिव हुआ करते थे.
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कामेश्वर चौपाल बाद में बिहार से बीजेपी के एमएलसी भी रहे. वो श्रीराम लोक संघर्ष समिति के बिहार के संजोयक और बीजेपी के प्रदेश महामंत्री भी रह चुके हैं. कामेश्वर चौपाल राम विलास पासवान के खिलाफ भी चुनाव लड़ चुके हैं, हालांकि तब उनको हार मिली थी.
5 अगस्त को भव्य कार्यक्रम
यूपी के अयोध्या में श्री राम मंदिर निर्माण के लिए 5 अगस्त को भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया गया है. पीएम मोदी पूजन कार्यक्रम में शामिल होने अयोध्या जाएंगे. कोरोना महामारी को देखते हुए भूमि पूजन के इस कार्यक्रम में तकरीबन 200 मेहमानों के शामिल होने की खबर है.
ये रहा मुहूर्त
- पांच अगस्त को 12 बजकर 15 मिनट 15 सेकेंड से 12 बजकर 15 मिनट 47 सेकेंड राम मंदिर के भूमि पूजन का शुभ मुहूर्त है.
- 32 सेकेंड में पीएम मोदी को मंदिर की पूजा करनी है.
- पीएम के हाथों आधारशिला के रूप में पांच नक्षत्रों की परिचायक पांच रजत शिलाएं रखी जाएंगी.
- इसी 32 सेकेंद में पीएम नंदा, जया, भद्रा, रिक्ता और पूर्णा के रूप में पांच रजत शिलाओं का पूजन करेंगे और उन्हें मंदिर की नींव में स्थापित करेंगे.
- इन शिलाओं को ट्रस्ट के अध्यक्ष महंत नृत्यगोपालदास ने तैयार करवाया है.
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