पटनाःबिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (HAM) के राष्ट्रीय अध्यक्ष जीतनराम मांझी (Jitanram Manjhi) ने ट्वीट कर अपने आप को कॉमन सिविल कोड (Common Civil Code) का पक्षधर बताया है. इसके साथ ही हम प्रमुख ने बढ़ती आबादी, अशिक्षा और गरीबी पर नियंत्रण पाने के कॉमन एजुकेशन सिस्टम (common Education System) लागू करने की भी मांग की है.
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रविवार को पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने ट्वीट कर कहा कि"मैं कॉमन सिविल कोड का पक्षधर हूं. पर उससे ज्यादा जरूरी देश में कॉमन एजुकेशन सिस्टम लागू कराना है. बढ़ती आबादी का सबसे बड़ा कारण अशिक्षा और गरीबी है. इसलिए सबसे ज्यादा जरूरी है कि देश में कॉमन स्कूलिंग सिस्टम को लागू किया जाए, जिससे कई समस्याओं का समाधान हो जाएगा."
"देशभर में जिस तरह से आबादी बढ़ी है. बढ़ी हुई आबादी की वजह से गरीबी भी बढ़ी है. इसको रोकने कॉमन स्कूलिंग सिस्टम ही एकमात्र उपाय है. इससे अमीर और गरीब के बच्चों को समान शिक्षा मिल पाएगा. इससे ऊंच-नीच का भेद खत्म हो जाएगा. लोगों में भाईचारा बढ़ेगा अन्यथा हम यूं ही बयान बाजी करते रहेंगे. मैं प्रधानमंत्री से मांग करता हूं कि देश भर में कॉमन स्कूलिंग सिस्टम लागू हो."-विजय यादव, हम प्रवक्ता
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मांझी के इस ट्वीट के बाद हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा के प्रदेश प्रवक्ता विजय यादव ने भी इसपर सहमति जताई है. उन्होंने कहा कि हम पार्टी कॉमन सिविल कोर्ट के पक्ष में है. लेकिन इससे ज्यादा जरूरी देश में कॉमन स्कूलिंग सिस्टम लागू कराना है. देश में कई तरह की समस्याएं हैं, और इससे निजात के लिए सबके लिए समान शिक्षा जरुरी है.