पटना:पूर्व केंद्रीय मंत्री रघुवंश प्रसाद सिंह के निधन के बाद उनकी लिखी हुई चिट्ठी को लेकर घमासान मचा हुआ है. आरजेडी के नेता भाई वीरेंद्र ने कहा कि हॉस्पीटल से रघुवंश बाबू की ओर से लिखा गया पत्र झूठा है. जब कोई व्यक्ती वेंटिलेटर पर हो वो पत्र कैसे लिख सकता है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार उनकी मौत पर राजनीति करने में लगे हुए हैं. इस पर जेडीयू के नेताओं ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है.
बिहार सरकार के मंत्री जय कुमार सिंह ने कहा कि आरजेडी नेता रघुवंश प्रसाद की चिट्ठी को झूठा करार दे रहे हैं और मुख्यमंत्री पर गंभीर आरोप लगा रहे हैं. उन्हें पहले रघुवंश प्रसाद के पत्र का मूल्य समझना चाहिए. रघुवंश प्रसाद के निधन के बाद से पूरे देश में शोक की लहर है. पीएम मोदी ने भी ट्विट कर उनके प्रति शोक संवेदना व्यक्त की है. साथ ही पीएम ने कहा है कि रघुवंश प्रसाद सिंह के पत्र में जिस कामों का उल्लेख है उसे पूरा किया जाएगा.
आरजेडी के नेता कर रहे हैं अपमानजनक बातें- जय कुमार सिंह
इसके साथ ही जय कुमार सिंह ने कहा कि सीएम नीतीश कुमार ने भी उनके लिखे पत्रों के संबंध में विभाग को पत्र लिखा है. जिसमें उनकी मांगो को पूरा करने के लिए कहा गया है. केंद्र और बिहार सरकार उनके पत्र को काफी अहमियत देकर काम करने में लगी है और आरजेडी के नेता अपमानजनक बात कर रहे हैं. ये सही नहीं है.
'रघुवंश प्रसाद की आत्मा को कष्ट पहुंचा रहे आरजेडी नेता'
सूचना एवं जनसंपर्क मंत्री नीरज कुमार ने कहा की दिवंगत रघुवंश प्रसाद सिंह कोई राजनीति का विषय नहीं है. बल्की समान के विषय हैं और जो लोग उनके पत्र को लेकर सियासी एजेंडा तैयार कर रहे हैं, वो रघुवंश बाबू के आत्मा को कष्ट दे रहे हैं. अब उनकी पार्टी के नेता उनके इमानदारी, बेबाकी और उनके विचारों को लेकर कटघरे में खड़ा करना चाहते हैं. रघुवंश प्रसाद ने अपने पत्र में वैशाली को लेकर उल्लेख किया है. किसान और मजदूर की चिंता की है. जीवन के अतिंम क्षण में भी उनके लिए यही महत्वपूर्ण था. ऐसे में उनकी मांगो पर कोई सवाल या टिप्पणी करता है तो ये अपमानजनक और चिंता की बात है.
बिहार सरकार के दो मंत्री हो रहे दाह संस्कार में शामिल
बता दें कि रघुवंश प्रसाद सिंह के अतिंम दाह संस्कार में शामिल होने के लिए पटना से बिहार सरकार के दो मंत्री जय कुमार सिंह और नीरज कुमार गए हैं. इस दौरान दोनों ने आरजेडी पर जमकर हमला किया और रघुवंश प्रसाद के महत्व को नहीं समझने की बात कही.